जानलेवा सफर: टूटे रपटे और धंसी पुलिया से सफर करने को मजबूर रहवासी
अजयगढ़ से लगी ग्राम पंचायत पाठा का मामला अजयगढ़. नगर से लगी ग्राम पंचायत पाठा में दो पुलिया टूटने से एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। जानकारी देने के बाद भी जिम्मेदार अनजान बने हैं। करीब एक दर्जन गांवों के लोगों को परेशानी उठानी […]
बारिश में लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी
अजयगढ़ से लगी ग्राम पंचायत पाठा का मामला अजयगढ़. नगर से लगी ग्राम पंचायत पाठा में दो पुलिया टूटने से एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। जानकारी देने के बाद भी जिम्मेदार अनजान बने हैं। करीब एक दर्जन गांवों के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया, पाठा मुख्य मार्ग से हनुमानजी मंदिर के सामने से गदरा गांव की ओर जाने वाला मार्ग बरियारपुर क्षेत्र के गांवों को जोड़ता है। यह आधा दर्जन गांव का मुख्य मार्ग है। उक्त मार्ग का उपयोग रायपुर टपरिया, बजरंगपुर, नाहरपुर, हल्की, बनहरी, हनुमतपुर, टोरिया बड़ी और बनहरी सहित अन्य गांव के लोग शॉर्टकट रास्ते के रूप में करते हैं। पुलिया धंस जाने के कारण बारिश में लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। लोगों के निकलने के साथ ही इसमें दुर्घटना की आशंका है।
बीच से टूटा रपटा
पाठा गांव में मुख्य मार्ग पर कुशवाहा मोहल्ला और बंधा की ओर जाने वाले रास्ते में रपटा बना है। यह बीच से टूट गया है । बीच पुलिया में गड्ढा हो जाने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। गांव के लोगों ने बताया, कई बार बाहरी लोगों की दुर्घटना होते-होते बची। अगर समय पर गांव वाले ने रोका नहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
इधर, पतने नदी के पुल का कटाव रोकने डलवाई जा रही मुरुम
जिले को कटनी और जबलपुर जिले से जोडऩे वाले स्टेट हाईवे 48 पर पतने नदी पर बने पुल के पास का हिस्सा नदी के कटाव से बह गया था। कटाव वाले हिस्से की एमपीआरडीसी ने अस्थाई रूप से रिपेयङ्क्षरग का काम शुरू किया है। कटाव को रोकने के लिए वहां मुरम डाली जा रही है। बारिश के बाद सुरक्षा दीवार बनाए जाने की बात कही जा रही है। कटाव से संबंधित खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित करने के साथ ही कलेक्टर और एसडीएम का ध्यान भी इससे संभावित हादसों की ओर आकृष्ट कराया गया था, जिसके बाद अब रिपेयङ्क्षरग का काम शुरू किया गया है।
बारिश में लोगों को आवागमन में हो रही परेशानी
एमपीआरडीसी के जोनल डीएम नितिन वरवे ने बताया, अभी बारिश की वजह से अस्थाई रूप से रिपेयङ्क्षरग का काम कर रहे हैं। फिलहाल कटाव के पास मुरुम भरवा कर फिङ्क्षलग कराई जा रही है। बारिश के बाद कटाव के पास रिटेङ्क्षनग वॉल बनाने का काम शुरू किया जाएगा ताकि इसका स्थाई समाधान किया जा सके। गौरतलब है कि रैपुरा से 2 किमी. की दूरी पर पतने नदी के पुल पर डबल्यूआरडी नेे एक स्टॉप डैम बनाया गया था ।स्टॉपडेम पुल के नजदीक होने से पानी में बहाव की वजह से सड$क का एक हिस्सा ही काट दिया। यह हिस्सा स्टेट हाईवे 48 हटा से सिहोरा का हिस्सा है। यह कटाव दो से तीन वर्षों से लगातार हो रहा था।
रहवासियों का छलका दर्द
मैं दूध का कारोबार करता हूं। अपने गांव टौरिया से दूध लेकर कई वर्षों से इसी गदरा मार्ग आवागमन करता हूं। इस मानसून सीजन के शुरुआत में ही पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। अब दूध लेेकर बाइक निकालने में बड़ी परेशानी हो रही है।
-कमल यादव, निवासी टोरिया
बनहरी गांव का निवासी हूं। अजयगढ़ में भी मेरा घर है। गांव आने-जाने के लिए पाठा से गदरा मार्ग का ही उपयोग करता था क्योंकि यह रास्ता अच्छा और नजदीक गांव पड़ता था। पुलिया धंस जाने के कारण अब आवा गमन में परेशानी हो रही है।
-मनीष शिवहरे, निवासी बनहरी
एक दिन पाठा के कुशवाहा मोहल्ला काम से गया था। बाइक से जाते हुए लोगों ने देखा तो लोग रुको-रुको की आवाज लगाने लगे। शोर सुनकर रुका तो देखा कि पुलिया टूटी थी। अगर नहीं रुकता तो बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी।
-अतुल कुमार गुप्ता, ग्रामीण
पुलिया टूटने की जानकारी नहीं थी, सही करवाएंगे
पुलिया टूटी होने की जानकारी पहले नहीं थी। मैं राजस्व अमले से बात की तस्दीक करवाकर संबंधितों को शीघ्र दुरुस्त करवाने के लिए निर्देशित करूंगा, जिससे लोगों को आवागमन में किसी तरह का व्यवधान नही हो। -सुरेंद्र कुमार, तहसीलदार अजयगढ़
Hindi News/ News Bulletin / जानलेवा सफर: टूटे रपटे और धंसी पुलिया से सफर करने को मजबूर रहवासी