scriptकर्पूरचंद्र कुलिश स्मृति वन में वॉक के लिए टूटा लोगोंं का सब्र, रेलिंग फांदकर अंदर गए, बोले- पैंथर है तो क्या हुआ? | Smriti Van opened and banned for visitors, even when panthers not caught | Patrika News

कर्पूरचंद्र कुलिश स्मृति वन में वॉक के लिए टूटा लोगोंं का सब्र, रेलिंग फांदकर अंदर गए, बोले- पैंथर है तो क्या हुआ?

locationनरसिंहपुरPublished: Mar 26, 2017 01:11:00 pm

Submitted by:

vijay ram

लोगों का कहना है पैंथर्स तो पूरे इलाके में कहीं भी हो सकता है। स्मृति वन के चारों तरफ बस्ती है, बघेरे का खतरा हर जगह है तो वन को क्यों बंद किया गया? बोले- हमारा ताजी हवा में रहना अपराध नहीं…

Panthers in jaipur

Panthers in jaipur

जयपुर में कर्पूरचंद्र कुलिश स्मृति वन क्षेत्र में पैंथर्स की मौजूदगी के साक्ष्य मिलने के बाद वहां आमजन की एंट्री बैन किए जाने से मॉर्निंग वॉक करने पहुंच रहे लोगों में रोष प्रकृट हो गया है। रविवार को वॉक के लिए यहां उनके सब्र का बांध टूट गया…

गुस्सा हैं, इसलिए कि पहले बंद किया फिर खोला, फिर बंद..

राजस्थान पत्रिका के संस्थापक कर्पूरचंद्र कुलिश के स्मृति वन में बघेरे के मूवमेंट के चलते बंद वन को एक बार खोलने के बाद फिर से बंद किए जाने से कुछ लोग उसे फिर खोले जाने की मांग कर रहे हैं। आज सुबह अचानक से प्रात:कालीन भ्रमण के लिए आए लोगों ने जेएलएन मार्ग की ओर रुख कर दिया। स्मृति वन के द्वार खोलने की मांग को लेकर सभी सड़क पर खड़े हो गए और करीब आधे घंटे तक वहीं डटे रहे।

Read: आखिरकार आमजन के लिए खुला कुलिश स्मृति वन, लोगों में अब भी पैंथर का खौफ..!
लोगों ने एक स्वर से कहा कि वे सांकेतिक रूप से अंदर जा रहे हैं और बताना चाहते हैं कि अंदर बघेरा नहीं है। यदि बघेरा होता तो वन क्षेत्र में वन विभाग की टीम को इसकी मौजूदगी का पता रहता। पिंजरा लगा होने के बावजूद वह उसके आस-पास भी नहीं आया। वहीं लोगों ने कहा कि जब स्मृति वन से लगते ओटीएस परिसर में भी पेंथर का मूवमेंट देखा गया तो उसे बंद क्यों नहीं किया गया।

संघर्ष समिति ने ये दिए तर्क
– स्मृति वन के चारों तरफ बस्ती है, बघेरे का खतरा हर जगह है तो वन को क्यों बंद किया गया
– बघेरा ओटीएस में भी देखा गया था, वहां बेरोकटोक गतिविधियां जारी हैं

Read: जयपुर पहुंच चुका है नरभक्षी पैंथर, शॉर्प शूटर्स समेत 250 जवानों की 3 टीमें सर्च में जुटीं
– विभाग बताए कि बघेरा अंतिम बार कब देखा गया, यदि नहीं तो फिर जबरन द्वार बंद क्यों रखे गए
– यदि अंदर बघेरा है तो आस-पास की बस्तियों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था क्यों नहीं
– पहले दो दिन तक वन क्षेत्र खोला गया था तब जनता अंदर गई थी, कहीं भी समस्या नहीं हुई
– जलधारा आमजन के लिए खुली हुई है तो स्मृति वन क्यों नहीं?

वन विभाग का असमंजस

इधर, वन विभाग में भी अधिकारी कर्मचारी असमंजस में है। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक वन क्षेत्र को खोला गया था। दो दिन आमजन के आने से भी कोई समस्या नहीं हुई। जबकि उच्च स्तर से अचानक आदेश आया कि वन क्षेत्र बंद किया जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो