7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हाथियों के आतंक को रोकने, प्रभावित परिवारों के लिए उचित मुआवजे की मांग

पुरादल ग्राम पंचायत के गांवों के निवासियों को क्षेत्र में घूम रहे हाथियों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगस्त में एक जंगली हाथी ने पुरादल के पास अलादेवरा होसुर के किसान हनुमंथप्पा को कुचलकर मार डाला था।

less than 1 minute read
Google source verification

शेट्टीहल्ली वन्यजीव अभयारण्य के नजदीक के गांवों के निवासियों ने सोमवार को शिवमोग्गा में विरोध प्रदर्शन किया और राज्य सरकार से हाथियों के आतंक को रोकने और प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा जारी करने का आग्रह किया।

कर्नाटक राज्य रैयत संघ (केआरआरएस) के बैनर तले निवासियों ने शिवमोग्गा बस स्टैंड से उपायुक्त कार्यालय तक मार्च निकाला और धरना दिया।

केआरआरएस के अध्यक्ष एच.आर. बसवराजप्पा ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुरादल ग्राम पंचायत के गांवों के निवासियों को क्षेत्र में घूम रहे हाथियों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अगस्त में एक जंगली हाथी ने पुरादल के पास अलादेवरा होसुर के किसान हनुमंथप्पा को कुचलकर मार डाला था।

उन्होंने कहा कि हाथियों का समूह सुपारी, नारियल, केला और धान के खेतों को नुकसान पहुंचा रहा है। सरकार को ग्रामीणों को बचाना चाहिए।

शरावती परियोजना से विस्थापित लोगों के लिए लड़ रहे हेब्बुर नागराज ने कहा कि पुरादल, सिरिगेरे, बेल्लूर, अगासवल्ली और थम्मादिहल्ली के गांवों में घूम रहे हाथियों ने निवासियों में भय का माहौल पैदा कर दिया है।

उन्होंने मांग की कि वन विभाग के अधिकारियों को हाथियों को वापस वन क्षेत्रों में खदेडऩा चाहिए। केआरआरएस के नेता एम.डी. नागराजू ने कहा कि अगर अधिकारी कार्रवाई करने में विफल रहे तो ग्रामीण शिवमोग्गा में वन विभाग के कार्यालय के सामने डेरा डाल देंगे।