त्योहार पर मधुमेेह संबंधी इमरजेंसी भी बढ़ीइसके अलावा दीपावली के त्योहार पर मधुमेह संबंधित इमरजेंसी के मामले भी करीब आठ फीसदी बढ़े हैं। आमदिनों में इस तरह के 64 मरीजों को 108 एंबुलेंस सेवा के तहत अस्पताल पहुंचाया जाता है, उसकी तुलना में दीपावली के दिन 69 मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान हृदय संबंधित, ब्रेन स्ट्रोक, प्रसूति, हाई फिवर संबंधित इमरजेंसी कम हुई हैं।
108 एम्बुलेंस के आंकड़ों के अनुसार आम दिनों की तुलना में हमले के कारण उत्पन्न इमरजेंसी 124 फीसदी तक बढ़ी हैं। गिरने संबंधित 29 फीसदी बढ़ी हैं।
झुलसने के मामले 850 फीसदी बढ़े, अहमदाबाद में सर्वाधिक
दीपावली के दिन आतिशबाजी के चलते आम दिनों के मुकाबले झुलसने के मामलों में 850 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। आम दिनों में झुलसने के मामलों से जुड़ी इमरजेंसी का औसत चार है, जबकि गुरुवार को इनकी संख्या 38 तक पहुंच गई। पटाखों के कारण सबसे अधिक 8 इमरजेंसी अहमदाबाद में सामने आई। जबकि सूरत में छह, भरुच में पांच, जामनगर व राजकोट में तीन-तीन, गांधीनगर, मोरबी, वलसाड में दो-दो, अमरेली, आणंद, बनासकांठा, महिसागर, पाटण,पोरबंदर और वड़ोदरा में इस तरह की एक-एक इमरजेंसी सामने आईं।
पंचमहाल एवं डांग जिले में सबसे अधिक
आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य के सभी जिलों में से पंचमहाल और डांग जिले में सभी तरह की इमरजेंसी का औसत क्रमश: 50 तथा 56 फीसदी है। जबकि अहमदाबाद में औसत इमरजेंसी कम हुई हैं। अहमदाबाद में आम दिनों में सभी प्रकार की इमरजेंसी का औसत 940 है इसकी तुलना में गुरुवार को 889 दर्ज हुई हैं।