भीषण गर्मी: हर दिन दर्जनभर मरीज पहुंच रहे लू का इलाज कराने के लिए
Published: May 01, 2022 01:08:13 am
कारखानों से जमकर प्रदूषण होता है
भीषण गर्मी: हर दिन दर्जनभर मरीज पहुंच रहे लू का इलाज कराने के लिए
डॉ. आंबेडकर नगर (महू). आलू चिप्स के लिए महू का नाम पूरे प्रदेश में प्रसिद्ध है। मार्च से मई माह तक आबाद रहने वाले इस आलू चिप्स के कारखानों से जमकर प्रदूषण होता है। खुद मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा महू में एक कारखाने को ही संचालन की अनुमति दी गई है। जबकि कोदरिया सहित आस.पास के तीन गांव में 150 से अधिक आलू कारखाने संचालित किए जा रह हंै। यह कारखानों वर्षो से संचालित हो रहे है, लेकिन बोर्ड द्वारा इन कारखानों पर कार्रवाई नहीं की जाती है। मार्च माह में भी मप्र प्रदूषण बोर्ड के अफसरों ने यहां निरीक्षण किया था, लेकिन खानापूर्ति कर चले गए। वहीं प्रशानिक अफसर भी प्रदूषण को दूर करने का उपाय नहीं निकाल पाए हैं। कोदरिया, चौरडिया, नेव गुराडिय़ा और पत्थर नाला में हर वर्ष की तरह की मार्च माह से आलू चिप्स बनाने के कारखाने खेतों में संचालित हो रहे हंै। इस दौरान एक कारखाने में कई टन लकड़ी जलती है। इससे वायू प्रदूषण होता है। इसके साथ आलू की कटाई और छिलाई के दौरान इसमें से बड़ी मात्रा में स्टार्च निकलता है। जिससे नदी में बहा दिया जाता है। इस कारण नदी का पानी भी दूषित होता है। यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है। प्रदूषण बोर्ड के अफसरों द्वारा हर बार खानापूर्ति कर दी जाती है।
एक ही वैध कारखाना
फरवरी माह में ही बड़ी मात्रा में लकडिय़ा इन कारखानों पर पहुंचने पर वन महू रेंज एसडीओ कैलाश जोशी द्वारा मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पत्र लिखकर वैध कारखानों की जानकारी मांगी गई थी। जिसके जवाब में बोर्ड ने बताया कि महज एक कारखानें को बोर्ड से अनुमति दी गई है। जबकि यहां 150 से अधिक छोटे-बड़े कारखाने संचालित हो रहे हंै।