गांधीनगर. राज्यभर में 2 लाख 11 हजार किसानों से 2200 करोड़ के रकम की 4.20 लाख टन मूंगफली समर्थन मूल्य पर खरीदी गई। खाद्य, नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामलों के मंत्री जयेश रादडिय़ा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि 90 दिनों के दौरान प्रति 20 किलोग्राम एक हजार रुपए के हिसाब से 2200 करोड़ की खरीदी की गई। इनमें से अब तक 92 से 95 फीसदी किसानों को रकम उनके खाते में चुका दी गई है। शेष किसानों की रकम जल्द ही चुका दी जाएगी।
राज्य सरकार ने तीन महीने पहले गत वर्ष 15 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर मंूगफली खरीदी आरंभ की थी। यह खरीदी राज्यभर के 122 केन्द्रों में की गई। मूंगफली बिक्री के लिए राज्य में 2 लाख 12 हजार किसानों ने अपना पंजीकरण कराया था। इनमें से 95 फीसदी किसानों की मंूगफली खरीदी गई।
खाद्य व नागरिक आपूर्ति निगम राज्य सरकार की ओर से नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत थी वहीं केन्द्र की ओर से नोडल एजेंसी के रूप में नेफेड थी।
नेफेड ने 5000 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर मूंगफली का दाम दिया। इसमें केन्द्र सरकार ने 4980 रुपए की दर से तथा राज्य सरकार ने 110 रुपए बोनस की घोषणा की थी।
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उन्होंने बताया कि 90 दिनों के दौरान प्रति 20 किलोग्राम एक हजार रुपए के हिसाब से 2200 करोड़ की खरीदी की गई। इनमें से अब तक 92 से 95 फीसदी किसानों को रकम उनके खाते में चुका दी गई है। शेष किसानों की रकम जल्द ही चुका दी जाएगी।
राज्य सरकार ने तीन महीने पहले गत वर्ष 15 नवम्बर से समर्थन मूल्य पर मंूगफली खरीदी आरंभ की थी। यह खरीदी राज्यभर के 122 केन्द्रों में की गई। मूंगफली बिक्री के लिए राज्य में 2 लाख 12 हजार किसानों ने अपना पंजीकरण कराया था। इनमें से 95 फीसदी किसानों की मंूगफली खरीदी गई।
खाद्य व नागरिक आपूर्ति निगम राज्य सरकार की ओर से नोडल एजेंसी के रूप में कार्यरत थी वहीं केन्द्र की ओर से नोडल एजेंसी के रूप में नेफेड थी।
नेफेड ने 5000 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर मूंगफली का दाम दिया। इसमें केन्द्र सरकार ने 4980 रुपए की दर से तथा राज्य सरकार ने 110 रुपए बोनस की घोषणा की थी।
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