जापान, यूरोप और अन्य देशों की कम्पनियों ने दिए 44 अंतर्राष्ट्रीय ऑफर
जापान, यूरोप और अन्य देशों की कम्पनियों ने 44 अंतर्राष्ट्रीय ऑफर दिए। इसके अलावा CAMPAS PLACEMENT के पहले और दूसरे चरण में 85 स्टार्ट-अप ने भी 183 ऑफर दिए। प्लेसमेंट प्राप्त कर चुके विद्यार्थियों में 43 प्रतिशत कोर सेक्टर में हैं। इसके बाद 20 प्रतिशत सॉफ्टवेयर में हैं और एनालिटिक्स, फाइनेंस, कंसङ्क्षल्टग और डेटा साइंस प्रत्येक में 10 प्रतिशत से कम हैं।
आगामी सत्र से एक रिसर्च स्कॉलर प्लेसमेंट सेल की योजना
चूंकि पीएचडी रिसर्च स्कॉलरों की पढ़ाई कोर्स की तरह नहीं होती और पीएचडी प्रोग्राम में समय की वह पाबंदी भी नहीं रहती है इसलिए उनके प्लेसमेंट का समय कोर्स आधारित पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की तरह नहीं हो सकता है। पीएचडी के अधिकतर विद्यार्थी पोस्ट-डॉक्टोरल या फैकल्टी के पद पर नियुक्ति चाहते हैं। और चूंकि पीएचडी के ग्रेजुएट कुछ मुख्य डोमेन में विशेषज्ञता रखते हैं इसलिए उनके प्लेसमेंट के लिए कुछ विशेष कम्पनियों से संपर्क करना होता है। हालांकि आगामी शैक्षिक वर्ष से एक रिसर्च स्कॉलर प्लेसमेंट सेल बनाने की योजना है ताकि ऊपर बताए गए मुद्दों का भी समाधान हो जाए।
अगले साल 100 आईटी स्टार्टअप का लक्ष्य
इस वर्ष औसत और मीडियन सैलरी क्रमश: 19.6 लाख रु- और 22 लाख रु : आइआइटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामकोटि ने प्लेसमेंट के बारे में कहा प्लेसमेंट में पिछले साल के रुझान इस साल भी दिख रहे हैं। मुझे इसकी बहुत प्रसन्नता है। इसलिए आइआइटी मद्रास के बच्चों के माता-पिता को उनके करियर के बारे में ङ्क्षचता करने की •ारूरत नहीं है। प्लेसमेंट लेकर करियर बनाना निस्संदेह •ारूरी है परंतु हम यह भी चाहते हैं कि हमारे अधिक से अधिक विद्यार्थी उद्यमी बनें और रोजगार सृजन करें। इससे अगले साल 100 प्रौद्योगिकी स्टार्टअप बनाने का हमारा लक्ष्य पूरा करना आसान होगा। इसी सिलसिले में आइआइटी मद्रास के डीन विद्यार्थी प्रो. सत्यनारायण गुम्मादी ने कहा आइआइटी मद्रास का करियर पाथवे सेंटर संस्थान के विद्यार्थियों को हर तरह के करियर के बारे में जानने और जॉब के विभिन्न अवसरों का पता लगाने में मदद करता है। मुझे इस बात की खुशी है कि प्लेसमेंट के ²ष्टिकोण से कठिन वर्ष होने के बावजूद हमारे विद्यार्थियों की काफी मांग है।