सूरत

तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों ने बगैर झटके और शोर लिया आधुनिक सुविधाओं का आनंद

अहमदाबाद में मुख्यमंत्री ने दिखाई हरी झंडी, 3.15 घंटे में सूरत पहुंची

सूरतJan 19, 2020 / 09:36 pm

Sanjeev Kumar Singh

तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों ने बगैर झटके और शोर लिया आधुनिक सुविधाओं का आनंद

सूरत.
ट्रेनों में यात्रा का अनुभव तो सबके पास है, लेकिन देश की दूसरी प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस की बात ही कुछ अलग है। गुजराती पहनावे में कोच के स्टाफ यात्रियों का ट्रेन में प्रवेश के साथ ही स्वागत करते हैं। वीआइपी सुविधाओं से लैस तेजस एक्सप्रेस का अनुभव अन्य किसी ट्रेन से अलग है। ट्रेन में जर्क (झटके) महसूस नहीं होते और एसी (वातानुकूलित) की आवाज नहीं के बराबर सुनाई देने से सफर सुकून से कटता है।
अहमदाबाद से मुंबई के बीच शुक्रवार को देश की दूसरी प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अहमदाबाद से सुबह 10.30 बजे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। महापौर बीजलबेन पटेल, सांसद डॉ. किरीट पी.सोलंकी, हसमुखभाई सोमाभाई पटेल, महंत शम्भुप्रसाद टुंडिया तथा विधायक ग्यासुद्दीन शेख, हिम्मतसिंह पटेल उद्घाटन समारोह में मौजूद थे। पश्चिम रेलवे के अपर महाप्रबंधक वी. के. त्रिपाठी तथा आइआरसीटीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक महेन्द्र प्रताप मल्ल, अहमदाबाद मंडल के डीआरएम दीपक कुमार झा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
तेजस एक्सप्रेस दोपहर 1.40 बजे सूरत स्टेशन पहुंची। कुछ संगठनों द्वारा तेजस एक्सप्रेस के विरोध की घोषणा के कारण सूरत स्टेशन पर सुरक्षा चाक चौबंद थी। मुंबई के रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त एस.आर. गांधी तथा रेलवे पुलिस के डीवायएसपी डी.जी. कंथारिया ने शहर पुलिस के साथ मिलकर स्टेशन के आने-जाने वाले रास्तों पर कड़ा पहरा लगा रखा था। तेजस एक्सप्रेस पौने दो बजे मुंबई रवाना हुई। ट्रेन शुरू होने के कुछ देर बाद स्टाफ पारंपरिक पोशाक में यात्रियों के पास पहुंचने लगे और न्यूजपेपर, पानी की बोतल, गिलास देना शुरू किया। यात्रियों को हल्का गुजराती नाश्ता दिया गया।
वापी से आगे निकलने के बाद सभी यात्रियों को वेज तथा नॉन वेज खाना परोसा गया। खाने की प्लेट में रोटी, दाल, पुलाव, पनीर और मिक्स सब्जी समेत अन्य सामग्री थी। यात्रियों ने खाने की तारीफ की। कुछ यात्रियों को फूड कवॉलिटी शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस से बेहतर लगी। हालांकि ट्रेन में चाय और कॉफी की वेंडिंग मशीनें उपलब्ध नहीं थीं। डिमांड पर यात्रियों की सीट पर चाय-कॉफी की सुविधा दी गई। आगामी स्टेशन, ट्रेन की गति आदि सूचना दिखाने के लिए लगाया गया डिस्पले कुछ कोच में बंद था।
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