शास्त्री मार्किट के पीछे खान नदी में एक तरफ तो सुंदरता नजर आ रही है वही दूसरी और गंदगी और झाग नजर आ रहे है जो कि शहर की सुंदरता को मुंह चिड़ा रहे है
शास्त्री मार्किट के पीछे खान नदी में एक तरफ तो सुंदरता नजर आ रही है वही दूसरी और गंदगी और झाग नजर आ रहे है जो कि शहर की सुंदरता को मुंह चिड़ा रहे है