मुर्गी फॉर्म में घुसा तेंदुए का शावक, शराबी युवक को किया घायल
-बुधवार रात भी दूधिया बावड़ी में बच्ची का शिकार का चुका है तेंदुआ
Published: June 12, 2022 12:49:19 am
डॉ. आंबेडकर नगर (महू). इंदौर वन मंडल की चोरल रेंज के जंगलों से लगे ग्रामीण अंचल में तेंदुओं की हलचल बढऩे लगी है। शनिवार सुबह रेंज के गाजिंदा गांव के पास मुर्गीफॉर्म में तेंदुए के छुपने की सूचना गांव में फैली तो चंद मिनट ही पूरा गांव मुर्गीफॉर्म पहुंच गया। वन अफसरों ने मौके से ग्रामीणों को हटाने का प्रयास भी किया, लेकिन एक शराबी युवक तेंदुए के शावक के पास जा चुका, जिसके कारण घायल हो गया। इधर, तेंदुए को पकडऩे के लिए वन विभाग ने पिंजरे के साथ आसपास के क्षेत्र में दिनभर सर्चिंग की। रात को भी 9 से 10 वनकर्मी गांव और आसपास तैनात रहेंगे। बता दे कि बुधवार को भी एक अन्य तेंदुए ने घर के बाहर सो रही 6 साल की बच्ची पर शिकार के लिए हमला कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
चोरल रेंजर रविकांत जैन ने बताया कि सुबह ग्रामीणों की सूचना पर गाजिंदा गांव के पास बने मुर्गीफॉर्म पहुंचे। यहां भी ग्रामीणों की भारी भीड़ लगी हुई थी। पुलिस बल और वन कर्मियों की मदद से भीड़ को अलग किया गया। इसी दौरान तेंदुए का शावक बाहर निकला और नाले की ओर जाने लगाए तभी भीड़ में से एक शराबी युवक सामने आ गया। जिसे तेंदुए ने पंजा मार दिया। हालांकि उसे ज्यादा चोट नहीं आई है। भीड़ को हटाने के बाद नाले के पास पिंजरा लगाया गया है। कई जगहों पर जाल भी लगाया गया। लेकिन शाम तक तेंदुए नहीं मिला है।
वयस्क नहीं शावक है
रेंजर जैन ने बताया कि बुधवार रात को जिस तेंदुए ने हमला किया था। वहां करीब 3 साल का है। जबकि शनिवार को गाजिंदा में जो तेंदुआ ट्रेस हुआ हैए वह महज 7-8 माह का है। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि तेंदुआ आदमखोर है। क्योंकि दोनों घटनाओं में अलग-अलग तेंदुआ है।
रातभर गश्त करेंगे वनकर्मी
दिनभर तेंदुए की सर्चिंग की गई, लेकिन वनकर्मियों के हाथ कुछ नहीं लगा। अब पिंजरा में लगाया गया है। अफसरों की माने तो तेंदुए के शावक के साथ आस-पास में मादा तेंदुआ भी है। इसलिए रात की गश्ती के लिए 9-10 वनकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही ग्रामीणों को भी कहा गया है कि रात के समय घर से बाहर नहीं निकले। क्योंकि शावक से ज्यादा मादा तेंदुआ खतरनाक है।
मध्यभारत में हुआ इलाज
घायल युवराज को तेंदुए के दांत और पंजे लगे हुए हैं। उसे इलाज के लिए डिप्टी रेंजर मध्यभारत अस्पताल लेकर गए। यहां प्राथमिक इलाज के बाद युवक को घर भेज दिया गया।
पेड़ पर चढक़र देखते रहे तमाशा
डीएफओ नरेंद्र पाण्डवा ने बताया कि तेंदुए को देखने के लिए आधे से ज्यादा गांव एकत्र हो गया था। आसपास के गांव से भी लोग आने लगे। कई लोग तो पेड़ पर चढक़र नजारा देख रहे थे। हमने मना भी किया था।

मुर्गी फॉर्म में घुसा तेंदुए का शावक, शराबी युवक को किया घायल
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
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