सब्सिडी के लिए पोर्टल में किसानों का पंजीयन का काम 7 जून से शुरू हो चुका है। पोर्टल में पंजीयन करानेवालों में से लाटरी के माध्यम से उन किसानों को चुना जाएगा जिन्हें सब्सिडी दी जानी है। सब्सिडी के लिए किसानों का चयन 20 जून तक किया जाएगा।
यह भी पढ़ें : एमपी में राह चलते पड़े मिल रहे हीरे, 5 हजार लोगों ने खोद डाला पहाड़ इसके लिए विशेष से मप्र फार्मर सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम पर किसानों को पंजीयन कराना होगा। उद्यानिकी फसलों की खेती प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाओं में सब्सिडी दी जाएगी। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में इन योजनाओं का क्रियान्वयन मप्र फॉर्मर सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम (एमपीएफएसटीएस) पोर्टल में पंजीयन से ही किया जाता है।
इस पोर्टल में पंजीयन करानेवाले किसानों को फसल उत्पादन, प्रसंस्करण, पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट, सिंचाई, यांत्रिकरण, क्षेत्र विस्तार आदि के उपयोग में आनेवाले उपकरणों पर सब्सिडी दी जाती है। किसानों को डेढ़ लाख रुपए तक की सब्सिडी मिल जाती है।
36 लाख हेक्टेयर में बोई जा रही उद्यानिकी फसलें
एमपी में उद्यानिकी फसलों का क्षेत्रफल 36 लाख हेक्टेयर है। इन किसानों को कोल्ड स्टोरेज, ड्रिप, ड्रिप स्प्रिंकलर, पाली हाउस, शेडनेट हाउस, वाक इन टनल, ट्रैक्टर,जैसे कृषि उपकरणों के लिए सब्सिडी दी जाती है। कृषि उपकरणों पर सरकार द्वारा 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है।