आतिथ्य क्षेत्र ने अफसोस जताया है कि इतनी भारी वृद्धि ऐसे समय में हुई है, जब पिछले कुछ वर्षों से मैसूरु Mysuru आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के बजाय पहले से ही कमी आ रही है। मैसूरु पैलेस Mysuru Palace में 2023-24 के दौरान 40 लाख से अधिक पर्यटक आए। इनमें केवल 34,604 पर्यटक विदेशी थे। इसके पिछले वर्ष 2022-23 के दौरान मैसूरु महल पहुंचे करीब 30 लाख आगुंतकों में केवल 23,168 विदेशी पर्यटक थे।
दरअसल, सभी श्रेणियों के आगंतुकों के लिए शुल्क में वृद्धि की गई है, लेकिन भारतीय पर्यटकों के मामले में यह मामूली है। भारतीयों के लिए महल में प्रवेश शुल्क 100 रुपए से बढ़ाकर 120 रुपए किया गया है। 10 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क में 20 रुपए की वृद्धि हुई है। 50 रुपए के बदले अब 70 रुपए का भुगतान करना होगा। लेकिन अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के मामले में प्रवेश शुल्क में 10 गुना वृद्धि Mysore Palace visit becomes 10 times more expensive for foreign tourists की घोषणा की गई है।आतिथ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार, इतनी भारी वृद्धि न केवल तर्कहीन है, बल्कि यह एक प्रतिगामी कदम है, क्योंकि इससे विदेशी पर्यटक मैसूरु आने से हतोत्साहित होंगे।
यात्रा, टिकटिंग और टैक्सी व्यवसाय से जुड़े लोगों के अनुसार उन्होंने अपने संभावित ग्राहकों को विभिन्न पर्यटक स्थलों के किराए और प्रवेश शुल्क के बारे में पहले ही कोटेशन दे दिए हैं और अचानक 10 गुना बढ़ोतरी से उन पर बुरा असर पड़ेगा। यात्रा और पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधि पैलेस बोर्ड और डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखकर इतनी भारी बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं।मैसूरु होटल मालिक संघ के नारायण गौड़ा ने कहा कि विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क को 100 रुपए से बढ़ाकर 200 रुपए करना स्वीकार्य होगा, लेकिन 10 गुना वृद्धि पर सवाल उठाया जाना चाहिए। 2012-13 से अब तक के आंकड़ों के अनुसार मैसूरु आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या कभी भी अपने चरम पर 2.5 से 3 प्रतिशत से अधिक नहीं रही तथा पिछले कुछ वर्षों से यह लगभग 1 प्रतिशत के आसपास बनी हुई है।