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बढ़ते पारे के बीच लोगों को बारिश का इंतजार

कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने रविवार सुबह 8.30 बजे समाप्त 24 घंटों के दौरान मैसूरु का अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस आंका

बैंगलोरApr 29, 2024 / 07:55 pm

Nikhil Kumar

मैसूरु-मण्ड्या-चामराजनगर में भी गर्मी की मार जारी

मैसूरु-मण्ड्या-चामराजनगर सहित दक्षिण आंतरिक Karnataka के हिस्सों में भीषण गर्मी की मार जारी है। पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहा है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार रविवार को सुबह 8.30 बजे समाप्त 24 घंटों के दौरान मैसूरु में अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस था। यह सामान्य से 3.1 डिग्री सेल्सियस अधिक है। मण्ड्या में, अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक है। चामराजनगर में इसी अवधि के दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था।
इस चिलचिलाती गर्मी ने लोगों को घरों के भीतर रहने पर मजबूर कर दिया है। सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। गर्मी व heat stroke से बचने के लिए लोग शाम के समय ही बाहर निकल रहे हैं। नारियल पानी, गन्ने का रस व तरबूज आदि का सेवन कर खुद को हाइड्रेट रख रहे हैं।
कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने रविवार सुबह 8.30 बजे समाप्त 24 घंटों के दौरान मैसूरु का अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस आंका। इसके लाइव डैशबोर्ड ने संकेत दिया कि मैसूरु जिले के कुछ हिस्सों में तापमान दोपहर 3 बजे 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास था। रविवार को एच.डी. कोटे का तापमान लगभग 38.9 डिग्री सेल्सियस था और मैसूरु के पास बिलिकेरी का तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस था। गर्मियों के दौरान मार्च-अप्रेल में मैसूरु में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहना आम बात है, लेकिन यह छोटी अवधि के लिए होता है और इस क्षेत्र को प्री-मानसून बारिश के रूप में अस्थायी राहत मिलती थी। इस बार ऐसा नहीं है। लोगों को गर्मी से राहत के लिए और इंतजार करना पड़ सकता है।
केएसएनडीएमसी ने दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में 2 मई तक अधिकतम तापमान में सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस से 3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि का अनुमान लगाया है।

प्रमुख जलाशयों कम पानी

लंबी गर्मी और न के बराबर rain के कारण प्रमुख जलाशयों में पानी की उपलब्धता में गिरावट आई है। ये जलाशय मैसूरु, बेंगलूरु, मण्ड्या और अन्य शहरों के लिए पीने के पानी के मुख्य स्रोत हैं।
प्रीमानसून विफल रहा तो

कृष्णराज सागर (केआरएस) जलाशय में 25 अप्रेल तक सकल भंडारण पिछले पांच वर्षों की तुलना में सबसे कम था। सकल भंडारण 11.65 टीएमसी फीट था, जबकि सकल क्षमता 49.45 टीएमसी फीट थी। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान पानी की उपलब्धता 15 टीएमसी फीट थी जबकि 2022 में यह 23.88 टीएमसी फीट और 2021 में 18.86 टीएमसी फीट थी। यदि प्री-मानसून विफल रहता है तो इसका असर क्षेत्र में पेयजल परिदृश्य पर पड़ेगा।

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