
सूरतगढ़. नकली सरसों के मामला एक बार फिर गरमा गया है।विधायक डूंगरराम गेदर की ओर से विधानसभा में उठाए जाने के बाद में विधानसभा प्रकोष्ठ ने इस संबंध में कृषि उपज मंडी समिति से जानकारी मांगी गई। इसके बाद मंडी समिति सचिव ने इस प्रकरण को लेकर विस्तृत रिपोर्ट हनुमानगढ़ के कृषि विपणन विभाग के उपनिदेशक को प्रेषित की है। इस रिपोर्ट में मंडी समिति विकास सहारण ने बताया कि इस प्रकरण को लेकर सिटी पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज हो चुका है तथा अदालत में विचाराधीन है।
गौरतलब है कि सरसों की सरकारी खरीद के तहत 29 जून को डूंगरगढ़ के रीड़ी ग्राम सेवा सहकारी समिति से सरसों से भरा ट्रक रीको स्थित आरएसडब्ल्यूसी गोदाम पर आया। इसमें से 115 बैग को उतारा गया।अन्य सरसों की गुणवत्ता मापदण्डों पर खरा नहीं उतरने पर उसे गोदाम से बाहर कर दिया। वही, इस मामले में व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सोनी ने रीको में सरसों को नकली बताते हुए ट्रक को पकड़ा। इसके बाद सिटी पुलिस के सुपुर्द किया। पुलिस ने व्यापार मंडल अध्यक्ष की रिपोर्ट पर राजकोष में नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा भी दर्ज किया था। पुलिस ने बताया कि ट्रक मालिक की ओर से 18 जुलाई को ट्रक की जमानत करवाई गई। अगले दिन 19 जुलाई को श्रमिकों के माध्यम से ट्रक को मालखाना के सामने खुली जगह में तिरपाल बिछाकर खाली करवाया गया तथा इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी करवाई। इस मामलेे में सिटी पुलिस की ओर से पुलिस अधीक्षक के मार्फत जिला कलक्टर के अलावा राजफैड, नेफैड व कृषि विभाग को पत्र प्रेषित किए जा चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई भी जांच टीम सरसों की गुणवत्ता की जांच के लिए सिटी पुलिस थाना नहीं पहुंची है।
यह भी पढ़े…
सिटी पुलिस थाना में खुले में पड़े सरसों के बैग तिरपाल से ढक़े हुए हैं। वर्तमान में सरसों की बोरियां खराब हो रही है। इससे पुलिस की भी चिंता बढ़ती जा रही है। पुलिस की माने, तो इस प्रकरण में संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को पत्र व्यवहार किया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक सरसों की गुणवत्ता के लिए कोई विभाग आगे नहीं आ रहा।
यह भी पढ़े…
नकली सरसों का प्रकरण के तहत नैफेड शाखा के राज्य प्रभारी के निदेशानुसार गठित बीकानेर राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी शिशपाल, नैफेड जयपुर के डिप्टी मैनेजर सुनील कुमार डागा व संगरिया के आरएसडब्ल्यूसी के सीनियर मैनेजर वरुण गोदारा के नेतृत्व में जांच टीम जुलाई माह में रीको स्थित आरएसडब्ल्यूसी गोदाम में पहुंची तथा प्रथम दिवस में गोदाम में अलग अलग स्टेक में लगे सरसों के बैग के सैम्पल लिए थे। लेकिन अगले दिन स्टेक नम्बर 6-ए-9 व6- बी-16 में लगे करीब 1500-1500 बैग को गोदाम से बाहर निकाला गया। जिनके सैम्पल भरकर जांच किए गए। इसमें से दो सैम्पल संदिग्ध निकले। पानी में डालकर जांच की तो सरसों घुल गई और रंग भी काला हो गया। टीम दो सैम्पलों को सील कर साथ ले गई। टीम के अधिकारियों ने भी उच्चाधिकारियों से इस मामले में सरसों की गुणवत्ता की जांच तकनीकी अधिकारियों से टीम करवाने की अपील की थी।
Published on:
09 Oct 2024 04:56 pm
बड़ी खबरें
View Allसमाचार
ट्रेंडिंग
