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इतने बरसों से सेम की समस्या, फिर भी शर्मशार नहीं सरकारी तंत्र खुले में पड़ी है सरसों, हो रही है खराब
सिटी पुलिस थाना में खुले में पड़े सरसों के बैग तिरपाल से ढक़े हुए हैं। वर्तमान में सरसों की बोरियां खराब हो रही है। इससे पुलिस की भी चिंता बढ़ती जा रही है। पुलिस की माने, तो इस प्रकरण में संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को पत्र व्यवहार किया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक सरसों की गुणवत्ता के लिए कोई विभाग आगे नहीं आ रहा।
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नकली सरसों का प्रकरण के तहत नैफेड शाखा के राज्य प्रभारी के निदेशानुसार गठित बीकानेर राजफैड के क्षेत्रीय अधिकारी शिशपाल, नैफेड जयपुर के डिप्टी मैनेजर सुनील कुमार डागा व संगरिया के आरएसडब्ल्यूसी के सीनियर मैनेजर वरुण गोदारा के नेतृत्व में जांच टीम जुलाई माह में रीको स्थित आरएसडब्ल्यूसी गोदाम में पहुंची तथा प्रथम दिवस में गोदाम में अलग अलग स्टेक में लगे सरसों के बैग के सैम्पल लिए थे। लेकिन अगले दिन स्टेक नम्बर 6-ए-9 व6- बी-16 में लगे करीब 1500-1500 बैग को गोदाम से बाहर निकाला गया। जिनके सैम्पल भरकर जांच किए गए। इसमें से दो सैम्पल संदिग्ध निकले। पानी में डालकर जांच की तो सरसों घुल गई और रंग भी काला हो गया। टीम दो सैम्पलों को सील कर साथ ले गई। टीम के अधिकारियों ने भी उच्चाधिकारियों से इस मामले में सरसों की गुणवत्ता की जांच तकनीकी अधिकारियों से टीम करवाने की अपील की थी।