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शर्मनाक: अस्पताल में दो नाबालिगों को मेडिकल परीक्षण के लिए लगवाए 150 किलोमीटर चक्कर

पन्ना जिले में 20 दिन में यह दूसरी घटना सामने आई पन्ना. जिला अस्पताल में 20 दिन के अंदर शर्मसार कर देने वाली दूसरी घटना सामने आई है। दो नाबालिग मेडिकल परीक्षण करवाने 20 घंटे तक भटकती रहीं। पीडि़ताओं को अमानगंज-पन्ना, पन्ना-अमानगंज के चक्कर कटवाए गए। 150 किलोमीटर चक्कर कटवाने के बाद कलेक्टर ने हस्तक्षेप […]

पन्नाJun 08, 2024 / 06:55 pm

Anil singh kushwah

जिले में 20 दिन में यह दूसरी घटना सामने आई

जिले में 20 दिन में यह दूसरी घटना सामने आई

पन्ना जिले में 20 दिन में यह दूसरी घटना सामने आई

पन्ना. जिला अस्पताल में 20 दिन के अंदर शर्मसार कर देने वाली दूसरी घटना सामने आई है। दो नाबालिग मेडिकल परीक्षण करवाने 20 घंटे तक भटकती रहीं। पीडि़ताओं को अमानगंज-पन्ना, पन्ना-अमानगंज के चक्कर कटवाए गए। 150 किलोमीटर चक्कर कटवाने के बाद कलेक्टर ने हस्तक्षेप किया तब दोनों नाबालिग का मुश्किल से 20 घंटे बाद जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण हुआ। अमानगंज क्षेत्र की रहने वाली दो नाबालिग 31 मई 24 को एकाएक गायब हो गई। परिजनों ने दोनों की पुलिस थाना अमानगंज में गुमशुदगी दर्ज कराया। परिजनों को सूचना मिली कि दोनो नाबालिग गुरुग्राम हरियाणा में मोजूद हैं। परिजन जाकर दोनों नाबालिग को लेकर 6 जून 24 को दोपहर वापस अमानगंज आ गए। गुमशुदगी दर्ज होने की वजह से पुलिस थाना को सूचना दी ।
मेडिकल परीक्षण कराने अस्पताल पहुंची पुलिस
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमानगंज में महिला चिकित्सक नहीं है। ऐसे में पुलिस टीम दोनों नाबालिग को लेकर मेडिकल परीक्षण कराने 6 जून रात 8 बजे जिला अस्पताल पन्ना पहुंची। जिला अस्पताल में देर रात तक पुलिस स्टॉफ नाबालिगों को लेकर भटकता रहा। लेकिन दोनों का मेडिकल परीक्षण नहीं हो पाया, पुलिस स्टॉफ समेत नाबालिग निराश होकर घर लौट गई। 7 जून सुबह 10:30 बजे पुलिस स्टॉफ दोनों नाबालिग को लेकर फिर से जिला अस्पताल पहुंचा।
धरमपुर से बुलाई गई महिला चिकित्सक
कलेक्टर सुरेश कुमार ने मामले को गंभीर से लिया। सीएमएचओ डॉ वीएस उपाध्याय को दोनों पीडि़ताओं का तुरंत मेडिकल परीक्षण करा जानकारी देने के निर्देश दिए। कलेक्टर की सख्ती के बाद सीएमएचओ नींद से जागे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धरमपुर में पदस्थ मेडिकल ऑफीसर डॉ रितु प्रजापति को जिला अस्पताल पन्ना बुलवाया गया। डॉ रितु प्रजापति ने दोनों नाबालिग का 7 जून शाम 6 बजे मेडिकल परीक्षण किया। तब पुलिस स्टॉफ दोनों नाबालिगों को लेकर वापस अमानगंज रवाना हुआ।
दूसरी बार दिखी अमानवीयता
जिला अस्पताल में पहली बार अमानवीयता सामने नहीं आई है। 20 दिन पहले भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था। पवई की रहने वाली 13 वर्षी ंय बलात्कार पीडि़ता 17 मई 24 को मेडिकल परीक्षण करने डाक्टर 8 घंटे तक भटकती रही। उसे मेडिकल परीक्षण कराने 8 घंटे 180 किलो मीटर सफर करवाया गया था। तब भी कलेक्टर सुरेश कुमार ने हस्तक्षेप कर एमएलसी करवाया था।
अस्पताल में 7 घंटे बाद भी नहीं हुई एमएलसी
दोनों नाबालिग 7 जून 24 सुबह 10:30 बजे 40 किलो मीटर सफर करने के बाद दोबारा जिला अस्पताल पहुंची। सुबह 10:30 बजे से दोनों नाबालिग मेडिकल परीक्षण कराने जिला अस्पाल में 7:30 घंटे तक भटकती रहीं लेकिन एमएलसी नहीं हो पाई। नाबालिगों की पीड़ा साथ में पुलिस कर्मियों को नहीं देखी गई। पुलिस कर्मियो ने मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। पुलिस अधिकारियों ने जिला प्रशासन के संज्ञान में मामला लाया।
महिला चिकित्सक नहीं होने की वजह से दो नाबालिग पीडि़ताओं का मेडिकल परीक्षण नहीं हो पा रहा था। सीएमएचओ को निर्देश देकर दोनों नाबालिग का परीक्षण करवाया गया है। चिकित्सकों की पदस्थापना करने पत्र भी लिखा गया है। -सुरेश कुमार कलेक्टर पन्ना

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