अमरीका और रूस ने सबसे ज्यादा परमाणु बमों को हाई अलर्ट पर रखा है, लेकिन चीन ने पहली बार 24 परमाणु बमों को हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर रखा है। चीन ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब ताइवान को लेकर अमरीका के साथ उसका तनाव चरम पर पहुंचता दिख रहा है। भारत से सीमा पर चीन का तनाव अक्सर रहता ही है। सिपरी का अनुमान है कि 2030 तक चीन की ऑपरेशनल अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों की संख्या अमरीका और रूस के बराबर होगी।
रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि परमाणु हथियारों से लैस 9 देशों ने अपने परमाणु आयुध शस्त्रागार को आधुनिक बनाए रखने का सिलसिला जारी रखा और 2023 में कई नई परमाणु हथियार प्रणालियों को तैनात भी किया। दुनिया के कुल कुल परमाणु हथियारों का 90 फीसदी रूस और अमरीका के पास है। अनुमान है कि रूस ने जनवरी 2023 की तुलना में इस साल करीब 36 और ऑपरेशनल वारहेड्स और तैनात किए हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि निर्माणाधीन परमाणु हथियारों की संख्या भी बढ़ रही है। जनवरी में दुनियाभर में लगभग 12,121 परमाणु हथियारों में से लगभग 9,585 संभावित उपयोग के लिए सैन्य भंडार का हिस्सा थे। इनमें से लगभग 3,904 परमाणु हथियार मिसाइलों और लड़ाकू विमानों पर लगाए गए थे, जो पिछले साल से 60 फीसदी ज्यादा हैं।
सिपरी का कहना है कि मौजूदा ट्रेंड चिंताजनक है। भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया एक ही मिसाइल पर कई परमाणु बम तैनात करने की तकनीक पर काम कर रहे हैं। यह ठीक वैसे ही है जैसा अमरीका, रूस, ब्रिटेन और चीन ने किया। ये देश अब और ज्यादा लक्ष्यों को तबाह करने की धमकी देने की दिशा में बढ़ सकते हैं।
किसके पास कितने परमाणु बम
देश 2024 2023
रूस 5580 5889
अमरीका 5044 5244
चीन 500 410
फ्रांस 290 290
ब्रिटेन 225 225
भारत 172 164
पाकिस्तान 170 170
इजरायल 90 90
उत्तर कोरिया 50 30