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जून में गर्मी ने तोड़ा पांच साल का रिकार्ड

उमस ने किया बेहाल, जच्चा वार्ड में लोगों ने लगाए निजी कूलर, रात में भी लोगों को नहीं मिल रही राहत, न्यूनतम पारा 34 डिग्री के पार निकल गया है। वहीं उमस के चलते लोगों को कूलर में भी राहत नहीं मिल रही है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल गर्मी से राहत के आसार […]

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भिंड

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Vikash Tripathi

Jun 17, 2024

bhind news

उमस ने किया बेहाल, जच्चा वार्ड में लोगों ने लगाए निजी कूलर, रात में भी लोगों को नहीं मिल रही राहत, न्यूनतम पारा 34 डिग्री के पार निकल गया है। वहीं उमस के चलते लोगों को कूलर में भी राहत नहीं मिल रही है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल गर्मी से राहत के आसार नहीं है। सोमवार को सुबह 9.30 बजे पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दोपहर दो से तीन बजे के बीच तापमान 46 डिग्री के पार चला गया। दिन की तरह रात में भी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। रात का तापमान 35 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है, जिससे लोग कूलर-एसी से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजार की सडक़ों पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा।

भिण्ड. भीषण गर्मी का सिलसिला जारी है, तपिश और उमस लोगों को बेहाल कर रही है। गर्मी ने जून में इस बार पांच साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। दिन का पारा लगातार 44 डिग्री के ऊपर बना हुआ है तो वहीं रात में भी राहत नहीं मिल रही है। न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के पार निकल गया है।

प्री मानसून गतिविधियों में देरी

मानसून ने अभी दस्तक नहीं दी है लेकिन इस बार अभी तक प्री मानसून की गतिविधियां भी शुरू नहीं हुई हें। जिसके कारण तापमान में कमी नहीं आ रही है। यही कारण है कि जून में लगातार लू और चिलचिलाती धूप लोगों को झुलसा रही है।

जच्चा वार्ड में मरीजों ने लगाए निजी कूलर

जिला अस्पताल के वार्डों में अभी भी हालात नहीं सुधरे हैं। एसी तो दूर कूलर तक बंद हैं। लोग घरों से पंखा के साथ अब निजी कूलर लेकर वार्डों में लगवा रहे हैं। वार्ड में बंद कूलरों को लेकर नवागत निसिल सर्जन डॉ आरके मिश्रा ने आश्वासन के बाद भी मरीजों को गर्मी से बचाने के इंतजाम नहीं किए हैं। यही हालात महिला सर्जिकल और पुरुष सर्जिकल वार्ड के हैं। सोमवार को बच्चा वार्ड में कूलर बंद मिले। एक अटेंडर बच्चे को गर्मी से बचाने घर से कूलर उठा लाया तो अन्य भर्ती मरीज पसीने से गीले हो रहे थे। अटेंडर हाथ बीजना से हवा करके समय काटने को मजबूर हैं, जबकि वार्डों में लगे पंखे गर्म हवा फेंक रहे हैं।

प्री मानसून में देरी से इस बार जून के 17 दिन पिछले पांच साल में सबसे अधिक तपे हैं। भीषण उमस भरी गर्मी में चिलचिलाती धूप में लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं। सोमवार को सुबह 9.30 बजे पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दोपहर दो से तीन बजे के बीच तापमान 46 डिग्री के पार चला गया। दिन की तरह रात में भी गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है। रात का तापमान 35 डिग्री के ऊपर पहुंच गया है, जिससे लोग कूलर-एसी से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजार की सडक़ों पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा।

इस तरह दिन भर चला गर्मी का पारा

सुबह 7 बजे से तेज धूप के साथ गर्मी ने लोगों को रुलाया। सुबह नौ बजे तापमान 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह 10 बजे पारा 40 के पार निकल गया। दोपहर साढ़े 11 बजे 42.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। यह पारा दोपहर 12 बजे बढकऱ 43 डिग्री पर पहुंच गया। दोपहर 1 बजे 44 डिग्री, 2 बजे 45 और ढाई बजे 46 डिग्री पर पहुंच गया। दोपहर तीन बजे हल्के बादल छाने से पारा 44 डिग्री पर आ गया। लेकिन दस मिनट पश्चात फिर से चिलचिलाती धूप खिली और शाम पांच बजे तक पारा 43 डिग्री पर बना रहा। दिन भर गर्म थपेड़ों ने लोगों को बेचैन किया। शाम को लोगों ने राहत ली। वहीं सडक़ों पर भी देर शाम चलह पहल नजर आई।

पिछले दो माह से पारा 44 डिग्री के ऊपर चल रहा है। गर्मी ने इस बार सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उमस भरी तपन से सबसे अधिक मुश्किल दमा के मरीज और बुजुर्गों को हो रही है। डॉक्टर भी सांस के मरीजों को घर के अंदर कूलर पंखे में रहने की सलाह दे रहे हैं। वहीं गर्मी में सबसे अधिक प्रभावित हृदय रोगी हैं। गर्मी में दिल की धडकऩ बढऩे से हार्ट अटैक के मामले भी बढ़ गए हैं। प्री मानसून की दस्तक तक लोगों को विशेष अहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। ताकि लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव न पड़े।