बरेली। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कुलपति और कुलसचिव के बीच वर्चस्व की जंग बरेली से लखनऊ तक गूंज रही है। कुलपति ने अपनी आधिकारिक सीमाओं का अतिक्रमण कर कुलसचिव को हटा दिया। उप कुलसचिव को कार्यभार सौंप दिया। शासन ने कुलपति के आदेश को रद्द कर कुलसचिव को दोबारा चार्ज देने का आदेश दिया। गुरुवार को चार्ज लेने पहुंचे कुलसचिव के आफिस में शिक्षकों को ताला जड़ दिया। दिन भर हंगामा रहा।
कुलसचिव बोले, शासन का आदेश भी नहीं मानते कुलपति कुलसचिव अजय कृष्ण यादव गुरुवार को शासन के आदेश के बाद अपना कार्यभार ग्रहण करने के लिए अपने कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पर ताला लटका देखकर कुलसचिव हैरान रह गए। उन्होंने विश्वविद्यालयय के सुरक्षा प्रभारी को बुलाया। जिस पर प्रभारी ने उन्हें बताया कि कुलसचिव कार्यालय में उनके बैठने का आदेश अभी नहीं मिला है। कुलसचिव ने कुलपति से बातचीत की तो कहा गया कि उन्हें नेहरू केंद्र स्थित कार्यालय पर ही बैठना है। जिस पर कुलसचिव ने कहा कि कुलपति शासन के आदेश को भी नहीं मान रहे हैं। शासन के आदेश की अवहेलना की जा रही है।
परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय में बैठे कुलसचिव कुलपति प्रो केपी सिंह ने 12 अप्रैल को कुलसचिव अजय कृष्ण यादव से उनका प्रशासनिक कार्यभार छीन लिया था। उप कुलसचिव सुनीता यादव को कुलसचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। इसके बाद कुलपति के इशारे पर सुनीता यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव के कार्यों का निष्पादन कर रहीं थीं। बुधवार को शासन ने कुलपति प्रो. केपी सिंह के आदेश को निरस्त कर दिया था। बुधवार को राम नवमी की छुट्टी होने की वजह से कुलसचिव ने चार्ज नहीं लिया था। गुरुवार को जब वह चार्ज लेने पहुंचे तो शिक्षकों ने विरोध कर उनके आफिस में ताले डाल दिए।