scriptफीस न देने पर निजी स्कूल ने दिव्यांग छात्रा को निकाला, नहीं देने दी परीक्षा | The private school took away the student, not given the fee | Patrika News

फीस न देने पर निजी स्कूल ने दिव्यांग छात्रा को निकाला, नहीं देने दी परीक्षा

locationनरसिंहपुरPublished: Mar 22, 2018 06:08:15 pm

Submitted by:

ajay khare

पिता ने की तहसील में शिकायत

उसे दो दिन से पेपर नहीं देने दिए गए

उसे दो दिन से पेपर नहीं देने दिए गए

साईंखेड़ा नगर में आए दिन नए नए मामले सामने आते हैं। ऐसा ही एक मामला नगर की बेटी को लेकर आया है जो एक प्राइवेट इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ती थी। जिसको विगत दिवस स्कूली टाइम अनुसार 9:10 पर फीस न देने के कारण स्कूल से बाहर निकाला गया था। जिसको लेकर छात्रा राशि शर्मा बहुत दुखी हुई। छात्रा ने बार बार स्कूल संचालक से निवेदन किया कि मेरे पापा फीस भर देंगे, मुझे परीक्षा देने दो। लेकिन संचालक द्वारा छात्रा की एक न सुनी गई और उसे बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया गया। छात्रा के पिता महेंद्र शर्मा को जब मालूम पड़ा तो उन्होंने नगर के तहसील कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा है कि मेरे साथ अन्याय हुआ है मुझे न्याय चाहिए। मेरी बेटी 60 प्रतिशत अपंग, दिव्यांग है। उसको जब स्कूल से निकाला तो वह डरी हुई थी। इसी कारण पिता, बेटी ने स्कूल के खिलाफ लिखित शिकायत उप तहसील साईंखेड़ा में करके न्याय की उम्मीद जिला प्रशासन और नगर के अधिकारियों से की है। बेटी से मिली जानकारी अनुसार उसे दो दिन से पेपर नहीं देने दिए गए। पिता महेंद्र शर्मा ने प्रदेश के मुखिया, बेटियों के मामा शिवराज सिंह से न्याय की उम्मीद की है। क्योंकि एक बेटी के साथ ऐसा हुआ है कल भी किसी बेटी के साथ कोई भी स्कूल ऐसा पाप न करे, जैसा इस स्कूल ने किया है। मामले की जांच नायब तहसीलदार पटेल द्वारा की गई। उन्होंने पूरा आश्वासन दिया है कि बेटी के साथ न्याय होगा, स्कूल की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। संचालक द्वारा छात्रा की एक न सुनी गई और उसे बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया गया। छात्रा के पिता महेंद्र शर्मा को जब मालूम पड़ा तो उन्होंने नगर के तहसील कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई। शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा है कि मेरे साथ अन्याय हुआ है मुझे न्याय चाहिए। मेरी बेटी 60 प्रतिशत अपंग, दिव्यांग है। उसको जब स्कूल से निकाला तो वह डरी हुई थी। इसी कारण पिता, बेटी ने स्कूल के खिलाफ लिखित शिकायत उप तहसील साईंखेड़ा में करके न्याय की उम्मीद जिला प्रशासन और नगर के अधिकारियों से की है। बेटी से मिली जानकारी अनुसार उसे दो दिन से पेपर नहीं देने दिए गए। पिता महेंद्र शर्मा ने प्रदेश के मुखिया, बेटियों के मामा शिवराज सिंह से न्याय की उम्मीद की है। क्योंकि एक बेटी के साथ ऐसा हुआ है कल भी किसी बेटी के साथ कोई भी स्कूल ऐसा पाप न करे, जैसा इस स्कूल ने किया है। मामले की जांच नायब तहसीलदार पटेल साहब द्वारा की गई। उन्होंने पूरा आश्वासन दिया है कि बेटी के साथ न्याय होगा, स्कूल की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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