scriptसियार से भिड़ गईं दो महिलाएं, फिर जो हुआ दहशत में आ गए ग्रामीण | Patrika News
समाचार

सियार से भिड़ गईं दो महिलाएं, फिर जो हुआ दहशत में आ गए ग्रामीण

– खकराचौरई की घटना
– 108 वाहन से जिला अस्पताल में भर्ती कराया

छिंदवाड़ाNov 09, 2024 / 10:56 am

prabha shankar

Khakrachaurai incident

घायल महिलाओं को एम्बुलेंस से इलाज के लिए भेजते ग्रामीण।

सिंगोड़ी के समीप ग्राम खकरा चौरई में खेत में भुट्टा तोड़ रहीं दो महिलाओं पर सियार ने हमला कर दिया। घटना शुक्रवार की सुबह पांच बजे की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार घटना सिंगोड़ी नवोदय विद्यालय के पीछे ग्राम खकरा चौरई पंचायत के खेत पर लगे भुट्टा की देखरेख करने के दौरान सियार ने महिलाओं पर हमला कर दिया। महिलाओं ने संघर्ष भी किया। वे इस घटना में घायल हुईं। उन्हें जिला अस्पताल में 108 वाहन से लाकर भर्ती कराया गया।
ग्राम खकरा चौरई की रहने वाली दुर्गा पति रमेश नरवाहें उम्र 55 वर्ष और भुजालो पति रमेश डेहरिया उम्र 60 वर्ष पर सुबह खेत में सियार ने आकर हमला बोल दिया। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गईं। महिलाओं ने अपनी जान बचाकर पत्थर मारकर सियार को वहां से भगाया। वहीं राहुल डेहरिया 26 वर्ष, आयुष 15 वर्ष और कोमल चंद्रवंशी 50 वर्ष निवासी खकरा चौरई को भी खरोच आई है, जिनका प्राथमिक उपचार किया गया। परिजन को सूचना दी। मौके पर परिजन ने सिंगोड़ी 108 एंबुलेंस के पायलट नमन सोनी और ईएमटी आकाश नगारे को सूचित किया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर दोनों घायल महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जिनका इलाज चल रहा है। इस घटना से ग्रामीण इलाके में दहशत का वातावरण बन गया है।
इनका कहना है
खकरा चौरई पंचायत सरपंच और ग्रामीणों ने घटना की जानकारी दी थी। अभी जिला अस्पताल में घायलों का इलाज करवाया जा रहा है। एक वन्यप्राणी भी मृत मिला है। पूरे मामले में बयान के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
दयानंद डेहरिया, वन परिक्षेत्र के डिप्टी रेंजर सिंगोड़ी।

कुएं में गिरे सियार को निकाला

तहसील मोहखेड़ के ग्राम खेड़ी में बीती रात कुत्तों के हमले से बचने के प्रयास में एक सियार कुएं में जा गिरा, जिसे सर्पमित्र ने कुएं से सुरक्षित निकाला।स्थानीय किसान ने बताया कि जब वह पानी की मोटर चालू करने कुएं के पास आया तो देखा कि एक सियार कुएं में दिखाई दे रहा है। खबर फैलते ही गांव के कुछ लोग उसे देखने आए। उन्होंने फॉरेस्ट के अधिकारी को सूचना दी, लेकिन कोई भी वहां नहीं पहुंचा। इसके बाद इसकी सूचना मोहखेड़ के सर्पमित्र मनीष साहू को दी गई। सर्पमित्र ने घटना स्थल पर पहुंचकर सियार को कड़ी मशक्कत के बाद एक रस्सी की सहायता से सावधानी पूर्वक कुएं से बाहर निकाल लिया और पुनर्वास के लिए जंगल छोड़ दिया। इसकी जानकारी छिंदवाड़ा सर्पमित्र हेमंत गोदरे को दी व बड़े वन्य जीवों के रेस्क्यू के लिए वन विभाग से उपकरणों की मांग की। हेमन्त गोदरे ने बताया कि सियार जैसे वन्य प्राणियों के दांतों में खतरनाक रेबीज पाया जाता है, जिन्हें बिना उपकरणों के पकडऩा घातक होता है। जहां हेमंत ने मनीष की प्रशंसा की, वहीं वन विभाग से रेस्क्यू उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की है।

Hindi News / News Bulletin / सियार से भिड़ गईं दो महिलाएं, फिर जो हुआ दहशत में आ गए ग्रामीण

ट्रेंडिंग वीडियो