माँ अहिल्याबाई की कर्मभूमि इंदौर में आज उत्तराखंड सांस्कृतिक संस्था का पर्वतीय बसंतोत्सव का भव्य आगाज हुआ. जिसमे बॉलीवुड के प्रसिद्ध कलाकार श्री हेमंत पांडेय एवं सुर एवं संगीत प्रसिद्ध गायिका श्रीमती संगीता ढौंडियाल ने सिरकत की । और भारतयीय सेना का गौरव कुमाऊं रेजिमेंट mhow ने भी अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को शोभा में चार चांद लगा दिए इसके अलावा उत्तराखंड की माता नंदा देवी का डोला प्रस्तुति ने सभी उत्तराखंड के लोगो को माँ नंदा देवी का साक्षात् आशीष प्राप्त हुआ आज के इस कार्यक्रम में लगभग 4000 उत्तराखंड के इंदौर, देवास, Mhow, पीतमपुर निवासियों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया।भोपाल के कलाकारों ने भी इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शोभा बड़ाई और इंदौर, mhow, देवास एवं पीतमपुर के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया. आज का कार्यक्रम बेहद ही सफल रहा. आज के पर्वतीय बसन्तोत्व ने साबित कर दिया कि अगर आपकी अपनी सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति पवित्र इच्छा शक्ति और आप अपने जड़ो से जुड़े हो तो उसको सहेजा एवं संजोया रखा जा सकता है और युवा एवं भावी पीढ़ी को भी अपनी सस्कृति के प्रति जागरूक रख पाए.
माँ अहिल्याबाई की कर्मभूमि इंदौर में आज उत्तराखंड सांस्कृतिक संस्था का पर्वतीय बसंतोत्सव का भव्य आगाज हुआ. जिसमे बॉलीवुड के प्रसिद्ध कलाकार श्री हेमंत पांडेय एवं सुर एवं संगीत प्रसिद्ध गायिका श्रीमती संगीता ढौंडियाल ने सिरकत की । और भारतयीय सेना का गौरव कुमाऊं रेजिमेंट mhow ने भी अपनी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को शोभा में चार चांद लगा दिए इसके अलावा उत्तराखंड की माता नंदा देवी का डोला प्रस्तुति ने सभी उत्तराखंड के लोगो को माँ नंदा देवी का साक्षात् आशीष प्राप्त हुआ आज के इस कार्यक्रम में लगभग 4000 उत्तराखंड के इंदौर, देवास, Mhow, पीतमपुर निवासियों ने कार्यक्रम का आनंद उठाया।भोपाल के कलाकारों ने भी इस कार्यक्रम में प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शोभा बड़ाई और इंदौर, mhow, देवास एवं पीतमपुर के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया. आज का कार्यक्रम बेहद ही सफल रहा. आज के पर्वतीय बसन्तोत्व ने साबित कर दिया कि अगर आपकी अपनी सभ्यता एवं संस्कृति के प्रति पवित्र इच्छा शक्ति और आप अपने जड़ो से जुड़े हो तो उसको सहेजा एवं संजोया रखा जा सकता है और युवा एवं भावी पीढ़ी को भी अपनी सस्कृति के प्रति जागरूक रख पाए.