सुबह ही पहुंचने लगे लोग लड़ाकू विमानों के रोमांचकारी प्रदर्शन का नजारा देखने के लिए दर्शक पूर्वाह्न 11 बजे से ही मरीना बीच पर एकत्र होने लगे थे, जिनमें से कई ने खुद को चिलचिलाती धूप से बचाने के लिए अपने हाथों में छाते ले रखे थे। प्रदर्शन की शुरुआत भारतीय वायुसेना के विशेष गरुड़ बल के कमांडो के उस साहसिक कौशल के प्रदर्शन के साथ हुई, जिसमें उन्होंने बंधक को मुक्त कराने का एक मॉक अभियान प्रदर्शित किया। साफ आसमान के कारण भारतीय वायुसेना के विमानों द्वारा किए गए लोमहर्षक हवाई शो का बेहतरीन नजारा देखने को मिला। रेतीले समुद्र तट पर एकत्र हुए लोगों ने दोपहर एक बजे शो के अंत में भारतीय वायुसेना के विमानों से हवाई फोटोग्राफी के लिए अपने छाते दिखाए।
स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक तेजस एवं हेलीकॉप्टर प्रचंड ने भी लिया हिस्सा
सुपरसोनिक लड़ाकू विमान राफेल समेत करीब 50 लड़ाकू विमानों ने एक साथ मिलकर आसमान में विभिन्न रंगों की चमक बिखेरी। डकोटा और हार्वर्ड, तेजस, एसयू-30 और सारंग ने भी हवाई सलामी में हिस्सा लिया। सुखोई एसयू-30 ने भी अपने करतब दिखाए। देश का गौरव और स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक तेजस एवं हेलीकॉप्टर प्रचंड ने भी 21 साल के अंतराल के बाद चेन्नई में आयोजित हवाई प्रदर्शन में भाग लेकर करतब दिखाए।
इसके अलावा सूर्य किरण एरोबेटिक्स टीम और सारंग हेलीकॉप्टर डिस्प्ले टीम ने भी अपने हवाई करतब दिखाया। साथ ही, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर प्रचंड और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव एमके4 तथा नौसेना के पी8आई और विंटेज डकोटा भी फ्लाईपास्ट में शामिल हुए। इसे देख दर्शक रोमांचित हो उठे। इस मेगा इवेंट में कुल 72 विमानों ने हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन के दौरान ताम्बरम से मरीना बीच तक लड़ाकू विमानों ने रोमांचकारी प्रदर्शन किया। भारतीय वायु सेना के सारंग हेलीकॉप्टरों ने हैरान कर देने वाला प्रदर्शन किया।
सुखोई और सूर्यकिरण का रोमांचक प्रदर्शन
एयर शो के दौरान विरासत विमान डकोटा और हार्वर्ड, तेजस, SU-30 और सारंग ने भी अपनी उपस्थिति से शो को और शानदार बना दिया। सुखोई SU-30 ने अपनी अद्वितीय “लूप-टंबल-यॉ” जैसी उड़ान क्षमताओं का प्रदर्शन किया, जिससे आकाश में रोमांचक दृश्य पैदा हुआ। सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने भी अपने बेहतरीन हवाई कौशल से दर्शकों को रोमांचित किया।