
सागर. दुनिया के सबसे हाई सिक्योरिटी फीचर को लेकर पहचान स्थापित करने वाले आइफोन को तलाशने में पुलिस की तकनीक फेल साबित हो रही है। झांसी-लखनादौन राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित बांदरी थाना क्षेत्र में करीब 12 करोड़ रुपए कीमत के 1600 आइफोन लूट की वारदात को एक महीना बीत चुका है, लेकिन पुलिस कोई खास उपलब्धि हासिल नहीं कर सकी है, जबकि पिछले 15 दिन से आइजी से लेकर सिपाही तक 50 से ज्यादा पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मामले की पड़ताल में जुटे हुए हैं। इसके बाद भी पुलिस न तो मुख्य आरोपी मिल सका और न ही 1400 आइफोन।
हाइवे पर हुई 12 करोड़ रुपए के आइफोन लूट के मामले में एजेंसी की सुरक्षा भी सवालों के घेरे में है। एक राज्य से दूसरे राज्यों में करोड़ों रुपए के आइफोन भेजने में एजेंसी ने भी लापरवाही बरती है। एक अजनबी ट्रक चालक और उसके साथ प्राइवेट सुरक्षाकर्मी के सहारे एजेंसी के अधिकारियों ने लगभग 30 करोड़ रुपए कीमत के आइफोन भेज दिए, एजेंसी की इसी लापरवाही का नतीजा है कि हाइवे पर पूरा का पूरा ट्रक लुटेरे लूटकर फरार हो गए।
पिछले 15 दिन में पुलिस की टीमों ने दिल्ली व हरियाणा से करीब 1.50 करोड़ रुपए कीमत के लगभग 200 आइफोन जब्त करते हुए चार संदेहियों को पकड़ लिया है, लेकिन मुख्य आरोपी कंटेनर पर सवार सुरक्षाकर्मी मोहम्मद वारिश अभी भी गिरफ्त से बाहर है। मुख्य आरोपी के पास अभी भी लूटे गए 1400 मोबाइल हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 10.50 करोड़ रुपए के आसपास है।
14-15 अगस्त की रात नेशनल हाइवे पर आइफोन से भरे कंटेनर की लूट हुई थी। आरोपी कंटेनर में भरे 3980 आइफोन में से करीब 1600 लूट कर भाग गए थे, इन मोबाइल की कीमत 12 करोड़ रुपए से ज्यादा है। लूट के बाद कंटेनर चालक 15 दिन तक शिकायत कराने भटकता रहा। मामला आइजी तक पहुंचा तो बांदरी थाने में कंटेनर के सुरक्षाकर्मी मोहम्मद वारिश सहित अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई थी।
- पुराने अनुभवी पुलिसकर्मियों की मदद ले सकते हैं
अब तक जांच में पुलिस ने यह पता कर लिया है कि हाइवे पर हुई आइफोन लूट के पीछे मेवाती गिरोह का हाथ है और गिरोह में शामिल आरोपी पहले भी सागर जिले में लूट की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। चूंकि बांदरी में हुई लूट की घटना में जांच-पड़ताल में जुटी पुलिस टीमों में शायद ऐसा कोई अधिकारी-कर्मचारी शामिल नहीं है, जो पूर्व की वारदातों के समय घटित हुईं स्पेशल टीमों में रहा हो। पुलिस अधिकारी यदि चाहें तो उन अनुभवी पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की को टीम में शामिल कर सकते हैं, जिन्होंने पुरानी लूट की वारदातों में आरोपियों को पकड़ा था, क्योंकि उनको लुटेरों के पूरे नेटवर्क का अनुभव है।
आइजी प्रमोद कुमार वर्मा ने बताया कि हमारी टीमें लगातार हरियाणा-दिल्ली में धरपकड़ कर रहीं हैं। इसमें हम हरियाणा पुलिस का भी सहयोग ले रहे हैं। सागर एसपी और पलवल एसपी आपस में लगातार संपर्क में हैं। दोनों जगह की पुलिस हर छोटी-बड़ी हरकत पर नजर रखे हुए है।
पुलिस टीमें लगातार खोजबीन में लगी हुई हैं, लेकिन मुख्य आरोपी वारिश अब तक नहीं मिला है। अलग-अलग टीमों ने अभी तक चार आरोपियों के साथ करीब 150-200 आइफोन बरामद किए हैं।
विकास कुमार शाहवाल, एसपी
Published on:
16 Sept 2024 05:42 pm
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