पीजी में हुड़दंग का उत्सव
खरगोन।पीजी कॉलेज में आयोजित स्नेह सम्मेलन अनुशासनहीनता के फेर में हुडदंग के उत्सव के ...
नई दिल्ली
Updated: January 16, 2015 11:56:33 am
खरगोन।पीजी कॉलेज में आयोजित स्नेह सम्मेलन अनुशासनहीनता के फेर में हुडदंग के उत्सव के रूप में तब्दील हो गया। स्टूडेंट्स कई बार भिड़े तो प्रोफेसर्स को मौका संभालना पड़ा। उधर, एक प्रस्तुति को संचालनकर्ता ने बीच में ही रूकवाया। समूचे मामले ने शैक्षणिक परिसर के प्रबंधन पर बड़े सवाल खड़े किए हैं।
शहर के शा. स्नातकोत्तर महाविद्यालय (पीजी कॉलेज) में बुधवार को स्नेह सम्मेलन का उद्घाटन कलेक्टर डॉ. नवनीत मोहन कोठारी, प्राचार्य डॉ. सुमित्रा वास्केल की मौजूदगी में हुआ। कलेक्टर डॉ. कोठारी ने कहा कि कॉलेज को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। स्टूडेंट्स को भी चाहिए कि वो मन लगाकर पढ़ाई करे और लक्ष्य निर्घारित कर आगे बढ़े। उद्घाटन समारोह व तीन प्रस्तुतियां देखने के बाद कलेक्टर डॉ. कोठारी लौट गए। इसके बाद यहां विद्यार्थियों को संभालना मुश्किल हो गया।
संगठनों के बैनर तले नारेबाजी चलती रही तो वहीं कुर्सी-टेबल पर खड़े होकर हंगामा मचाया गया। प्रोफेसर्स को इन्हे संभालने के लिए मशक्कत करना पड़ी। संचालन स्नेह सम्मेलन प्रभारी डॉ. शंभूसिंह मनहर ने किया। गुरूवार को समापन समारोह व पुरस्कार वितरण में विधायक बालकृष्ण पाटीदार मुख्य अतिथि होंगे। अध्यक्षता जिला पुलिस अधीक्षक एनपी वरकड़े करेंगे।
समझाइश दी
कुछ विद्यार्थियों ने जरूर हंगामा किया। हमने उन्हें समझाइश दी। चूंकि छात्र संख्या अधिक है, इसलिए व्यवस्था थोड़ी गड़बड़ाई। हालांकि बाद में सबकुछ ठीक रहा।
डॉ. शंभूसिंह मनहर, स्नेह सम्मेलन प्रभारी, पीजी कॉलेज, खरगोन
मारपीट तक की बनी नौबत
छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई के बैनर तले जुटे कुछ स्टूडेंट नारेबाजी कर रहे थे। इस बीच आधे घंटे के भीतर करीब चार बार मारपीट तक की नौबत आ गई। विवाद में गुत्थम-गुत्था हो रहे स्टूडेंट्स को रोकने के लिए बीच-बचाव करने उतरे प्रोफेसर्स भी घिर गए। हालांकि बाद में शरारत करने वालों को खदेड़ा गया।
...और जब मंच पर रोकी प्रस्तुति
मंच से जब जयश्री सांवले प्रस्तुति दे रही थी तब स्नेह सम्मेलन प्रभारी डॉ. शंभूसिंह मनहर ने गाने के बोल पर आपत्ति लेते हुए इसे बीच में रूकवा दिया। मंच से उन्होंने स्टूडेंट्स से अपील करते हुए कहा कि देशभक्ति व संस्कृति को बढ़ावा देने वाली प्रस्तुति ही दें। हुडदंग कर रहे विद्यार्थियों को संभालने के लिए प्राचार्य डॉ. सुमित्रा वास्केल ने सभी प्रोफेसर्स को व्यवस्था संभालने के लिए जुटाया।
रंगारंग प्रस्तुतियां, नाटक से सीख
विवाद, हंगामे और गहमागहमी के बीच कॉलेज स्टूडेंट्स ने बेहतर प्रस्तुतियां भी दी। विभा मालवीय द्वारा "नगाड़ा संग ढोल बाजे", सुनील चौहान व ग्रुप द्वारा "आदिवासी नृत्य", शोभा तारे व ग्रुप द्वारा "अजन्मी बेटी की पुकार" शीर्षक आधारित नाटक की प्रस्तुति देकर तालियां बंटोरी। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं जुटे थे लेकिन कुछ विद्यार्थियों द्वारा हंगामा मचाए जाने से स्नेह सम्मेलन में व्यवधान पहुंचा।

पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
