विद्युत वितरण निगम की ओर से जिले में शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में भी 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत विद्युत तंत्र का ढांचागत विकास किया जाएगा।
नए जीएसएस बनाए जाएंगे, पुरानी लाइनों को बदला जाएगा। उच्च क्षमता के ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। नए-नए व छोटे-छोटे फीडर बनाए जाएंगे। एलटी लाइनों के स्पान को कम किया जाएगा।
इसके लिए जिले में सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर करीब सौ करोड़ के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद जिले में निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर काम शुरू होगा। यह सारी प्रक्रिया दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत प्रदेश के अन्य जिलों की तरह ही यहां भी की जा रही है।
खराबी सुधारना होगा सहज
योजना के तहत जहां आवश्यकता है वहां 33 केवी के नए जीएसएस बनाए जाएंगे, जिन फीडरों में विद्युतभार अधिक है, वहां फीडरों को छोटा कर कर बड़़ेे फीडरों के हिस्से किए जाएंगे। इससे विद्युत व्यवधान आने पर उसे सुधारना सहज होगा। आसानी से खराबी का पता लग जाएगा तथा जिस क्षेत्र में व्यवधान आएगा। उसी क्षेत्र की आपूर्ति बंद करनी पड़ेगी। आस-पास के कॉलोनी, मोहल्लों की बिजली बंद नहीं करनी पड़ेगी।
बनेंगे जीएसएस
जिस जीएसएस पर अधिक विद्युत भार है, तो वहां के फीडरों की संख्या को कम करने का प्रयास भी किया जाएगा। गांवों में आवश्यकतानुसार ट्रांसफार्मर बढ़ाए जाएंगे, नई केबल बिछाई जाएगी। जीएसएस से जुड़े गांवों को अलग कर उनका नया जीएसएस तैयार किया जाएगा। तीन से चार हजार तक आबादी वाले गांव में थ्री-फेस विद्युत आपूर्ति की पुख्ता व्यवस्था की जाएगी। इससे कृषि व घरेलू कनेक्शनों के लिए अलग-अलग विद्युत ढांचा विकसित किया जाएगा।
दीनदयाल उपाध्याय विद्युतीकरण योजना के तहत सर्वे कर प्रस्ताव तैयार कर लिए गए हंै। इस योजना के तहत जिले के विद्युत तंत्र को मजबूत किए जाने पर जोर दिया गया है। नए जीएसएस व फीडर बनाकर ढांचागत विकास को सुदृढ़ किया जाएगा। सौ घरों से कम की आबादी वाले गांवों तक बिजली पहुंचाई जाएगी।
एसपी पांडे, अधीक्षण अभियंता, जविविनि
फैक्ट फाइल
जिले में कुल घर - दो लाख 41 हजार 428
कुल कनेक्शन- एक लाख 45 हजार 307
बिना कनेक्शन के घर- 96 हजार 121
शहरी क्षेत्र में घर- 49 हजार 902
शहर में कनेक्शन- 34 हजार 132
ग्रामीण में घर- एक लाख 91 हजार 526
ग्रामीण में कनेक्शन- एक लाख 11 हजार 175
राजीव गांधी योजना का द्वितीय फेज
पूर्व में संचालित राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सौ से तीन सौ लोगों की आबादी वाले गांव ढाणियों को रोशन करने का काम भी अंतिम चरण में चल रहा है। अब इस योजना के द्वितीय चरण के तहत शेष रहे कार्यों को लिया गया है। जिले में इसमें विशेषकर करीब 15 हजार बीपीएल उपभोक्ता लाभांवित होंगे। इसके तहत करीब दो सौ पैतालीस गांवों में विद्युत लाइनें बिछाई जाएगी।