ध्यान रहे बालेसर पत्थर खनन क्षेत्र में एनजीटी के निर्देश के बाद ईसी के अभाव में खान विभाग ने सभी खान मालिकों को एक जून से खानों एवं आरा मशीनों पर खनन कार्य नहीं करने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों की पालना व कोर्ट के आदेश की अवहेलना के डर से एक जून से समस्त खानों में कार्य बंद पड़ा है। खान मालिकों ने खानों में अपनी गाडिय़ां खड़ी कर दी है। आरा मशीनों पर भी क्रेनें खड़ी है। खान मालिक ठाले बैठे हैं। खनन क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है।
बालेसर में 6 हजार 150 खाने बंद होने से समस्त खान मजदूर 13 जून को एनजीटी में सुनवाई का इंतजार कर रहे थे, लेकिन 13 व 14 जून को दो दिन हुई सुनवाई में भी अगली तारीख 5 जुलाई तक बढ़ाने से उम्मीदों पर पानी फिर गया है। करोड़ों का कारोबार ठपबालेसर पत्थर खनन क्षेत्र में 6 हजार 130 वैध खानें चलने से प्रतिदिन करीब ढाई से तीन हजार ट्रक, ट्रैक्टर, ट्रोलों में पत्थर माल परिवहन व निर्यात होता था। इस करोबार से प्रतिदिन करोड़ों रुपए का करोबार चलता था। यही नहीं, खान विभाग में भी प्रतिदिन सात लाख रॉयल्टी जमा होती थी।
खेतो की ओर चले निराश हजारों श्रमिक बालेसर छोड़कर अपने गांवों में खेती करने चले गए हैं। श्रमिकों ने बताया कि 5 जुलाई को एनजीटी में सुनवाई होगी। तब तक बैठे क्या करें। बारिश होने वाली है, एेसे में खेतों की तैयारी करेंगे। खानें शुरू नहीं हुई तो खेती तो करेंगे अन्यथा परिवार चलाना मुश्किल हो जाएगा।