ऐतिहासिक स्थल देखना जेब पर पड़ेगा भारी
पुरातत्व विभाग की ओर से शहर के पर्यटन स्थलों को देखने का शुल्क बढ़ाए जाने के प्रस्ताव का विरोध शुरू हो गया है।
जयपुर
Published: June 01, 2015 08:44:46 pm
पुरातत्व विभाग की ओर से शहर के पर्यटन स्थलों को देखने का शुल्क बढ़ाए जाने के प्रस्ताव का विरोध शुरू हो गया है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने सोमवार को यहां कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर शुल्क बढ़ाने के प्रस्ताव पर रोष जताया, वहीं इससे पहले विधायक अशोक डोगरा को उनके आवास पर जाकर ज्ञापन सौंपा।
सुबह नौ बजे बूंदी होटल एवं पेइंग गेस्ट हाउस एसोसिएशन से जुड़े लोग एकत्रित होकर विधायक अशोक डोगरा के आवास पर पहुंचे, जहां विधायक को सरकार तक यह बात पहुंचाने को कहा और शुल्क को यथावत रखने की मांग की।
इसके बाद कलक्ट्रेट पहुंचे, जहां प्रदर्शन कर अतिरिक्त जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने पर्यटन अधिकारी को भी पर्यटन सचिव के नाम ज्ञापन दिया। इस दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशील मेहता व सचिव अरुश शर्मा सहित कई लोग मौजूद थे।
इन स्थानों का बढ़ेगा शुल्क
वर्तमान में बूंदी के रानीजीकी बावड़ी, चौरासी खम्भों की छतरी व सुखमहल को एक साथ देखने के लिए भारतीय को 15, भारतीय छात्र को 5, विदेशी को 70 व विदेशी छात्र को 30 रुपए देने पड़ते हैं। यदि एक ही स्थान देखना हो तो भारतीय को 10, भारतीय छात्र को 5, विदेशी को 40 व विदेशी छात्र को 20 रुपए देने पड़ते हैं, लेकिन नई दरें लागू होने के बाद बूंदी शहर के इन पर्यटन स्थलों में प्रवेश करना आमजन के लिए मुश्किल होगा। लोग इनमें प्रवेश करने व देखने से कतराएंगे। तीन गुना अधिक राशि देना आमजन के बूते से बाहर होगा।
यह है प्रस्तावित शुल्क
स्थान भारतीय विदेशी
रानीजी की बावड़ी, बूंदी 50 200
84 खंभों की छतरी, बूंदी 50 200
सुखमहल, बूंदी 50 200
स्रोत : कला साहित्य संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग।

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