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पुलिस व डीएम का कुख्यात अपराधियों को अल्टीमेटम, चुनाव प्रभावित किया, तो सात पीढ़ी तक पुलिस की कार्रवाई याद रखोगे कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में स्कूल बंद होने और ऑनलाइन क्लास के चलते मोबाइल फोन से बच्चों की नजदीकियां बढ़ी हैं। चोरी-छिपे बच्चे पढ़ाई के बहाने ऑनलाइन गेम आदि खेलते है और जब उन्हें ऐसा करने से रोका जाता है तो वह तनावग्रस्त हो जाते हैं। यही वजह है कि अवसाद से परेशान होकर छोटी उम्र वे अपनी जिंदगी समाप्त कर रहे हैं। ऐसी ही वारदात थाना फेस-2 क्षेत्र के सेक्टर-110 में घटित हुई।
एडीसीपी क्राइम इलामारन ने बताया कि श्रमिक कुंज रहने वाले 15 वर्षीय कोमल को जब परिवार वालों ने ऑनलाइन गेम खेलने से मना किया और उसका मोबाइल फोन छीनकर अपने पास रख लिया। इस बात से कथित तौर पर गुस्साए कोमल ने घर के पास एक निर्माणाधीन लोटस पनास सोसायटी की इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक कोमल तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह बुधवार रात को घर से निकला था और गुरुवार को उसका शव मिला। एडीसीपी ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस किशोर के परिजनों से पूछताछ करने के साथ ही बिल्डिंग के आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
मानसिक तनाव में दो युवकों ने की आत्महत्या वहीं, नोएडा सेंट्रल जोन-2 के थाना बिसरख क्षेत्र में एक सोसायटी में रहने वाले 35 वर्षीय उमेश दीक्षित मानसिक तनाव के चलते बुधवार रात जहर खा लिया। नोएडा ज़ोन-1 के थाना सेक्टर- 49 क्षेत्र में 22 वर्षीय अर्जुन पंडित ने भी कथित तौर पर मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या कर ली। जब उसके कमरे से बदबू आई तो आसपास के लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दोनों ही मामलों की विस्तृत जांच जारी है।