एसटीएफ़ के कब्जे में आए राजीव कुमार कुच्छल, विपिन, सतेंद्र और नितिन बंसल एक ऐसे गिरोह के सदस्य हैं जो जीएसटी विभाग में जनता के लोगों की आईडी प्राप्त कर फर्जी फर्मों का रेजिस्ट्रेशन करता है। उसके बाद अरबों रुपयों की फर्जी ई-वे बिल बनाकर और फर्जी एंट्री कर सरकार को अरबों रुपये की जीएसटी का चूना लगा रहा था।
एसटीएफ सीओ राजकुमार मिश्रा ने बताया कि कुछ समय पहले जीएसटी विभाग ने छह कंपनियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सूरजपुर और बिसरख थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। एसटीएफ़ ने जब जांच शुरू की तो पता चला की इन 6 फर्जी कंपनियों पर बिना जीएसटी का भुगतान किए 524 करोड़ रुपये से अधिक का ई-वे बिल (आउटवर्ड) और 615 करोड़ (आउटवर्ड-इनवर्ड) निकाला गया है।
एसटीएफ़ सीओ ने बताया कि जीएसटी टैक्स जमा न होने से सरकार को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस मामले की जांच कर रही एसटीएफ नोएडा यूनिट ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों में गिरोह का सरगना दिल्ली निवासी राजीव कुमार कुच्छल, ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर का विपिन, सतेंद्र और नई दिल्ली का नितिन बंसल शामिल है।