scriptबलराज भाटी को मारने के बाद अब यूपी एसटीएफ की नजर अमर सिंह पर | After Balraj Bhati Encounter In Noida UP STF Target For Amar Singh | Patrika News

बलराज भाटी को मारने के बाद अब यूपी एसटीएफ की नजर अमर सिंह पर

locationनोएडाPublished: Apr 24, 2018 10:16:20 am

Submitted by:

sharad asthana

कुख्यात अपराधी अमर सिंह मेरठ के सरधना का रहने वाला है और सुंदर भाटी गैंग का शार्प शूटर है

balraj Bhati
नोएडा। चार राज्यों में आतंक का पर्याय बन चुके ढाई लाख के इनामी बलराज भाटी को मार गिराने के बाद अब यूपी एसटीएफ की नजर खूंखार बदमाश अमर सिंह की ओर है। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार, दावा किया जा रहा है कि अमर सिंह को दबोचे जाने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कुख्यातों का सफाया हो जाएगा। अमर सिंह मेरठ के सरधना का रहने वाला है और सुंदर भाटी गैंग का शार्प शूटर है। अमर सिंह नोएडा में ट्रिपल मर्डर का भी आरोपी है।
यह भी पढ़ें

बेकाबू ट्रक घर में घुसा,दो की मौत दो की हालत नाजुक

भाजपा नेताओं के मर्डर में सामने आ चुका है नाम

सोमवार को यूपी और हरियाणा एसटीएफ ने एक संयुक्त आॅपरेशन में दुर्दांत अपराधी बलराज भाटी को मार गिराया था। बलराज भाटी का नाम बिसरख में हुई भाजपा नेता की हत्या में भी सामने आया था। इतना ही नहीं बलराज का नाम 2014 में दादरी में हुई भाजपा नेता विजय पंडित की हत्या में भी आया था। पुलिस के अनुसार, जून 2014 में बलराज ने दादरी में भाजपा नेता विजय पंडित की हत्या कर दी थी। इसके बाद बलराज पर पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया था।
यह भी पढ़ें

ग्रेटर नोएडा: चलती कार में 11वीं की छात्रा से 11 घंटे तक गैंगरेप, आरोपियों में पीड़िता का क्लासमेट भी शामिल

दिल्ली पुलिस में रहा चुका है सिपाही

बलराज धूसरी जिला बुलंदशहर का रहने वाला था। वह दिल्ली पुलिस में सिपाही रह चुका है। नौकरी के दौरान एक हत्या के आरोप में उसे निकाल दिया गया। इसके बाद वह जरायम की दुनिया में आ गया। बताया जाता है कि सुंदर भाटी के जेल जाने के बाद गैंग को बलराज ही संभाल रहा था।
यह भी पढ़ें

दस रुपये के सिक्के को लेकर किशोर की पीट पीट कर हत्या

ऐसे आया जरायम की दुनिया में

बलराज के अपराधी बनने की कहानी भी कम रोचक नहीं है। उसका बड़ा भाई सेना में है और पिता किसान हैं। उसका जीजा वर्ष 2004 में उसके घर आया था। जीजा को दावत देने के लिए बलराज ने गांव के ही एक तालाब से मछली पकड़ी थी। तालाब पर वहां के दबंग पप्पू का कब्जा था। इससे नाराज होकर पप्पू ने बलराज की पिटाई कर दी थी। महीनों तक बलराज बिस्तर पर रहा। वर्ष 2007 में उसकी दोस्ती सिकंदराबाद निवासी सोनू से हुई। इसके बाद हत्या की कोशिश के मामले में वह जेल गया, जहां उसकी मुलाकात सुंदर भाटी से हुई थी।
यह भी पढ़ें

बैखोफ बदमाशों ने प्रॉपर्टी डीलर को गोलियों से भूना, मौत

रावण का किया था मर्डर

जेल से बाहर आने के बाद वह कुख्यात बन गया और 2009 में सिकंदराबाद में जयप्रकाश की सुपारी लेकर हत्या कर दी। फिर 2012 में उसने पप्पू और उसकी पत्नी सुनीता का मर्डर कर दिया था। अगले साल उसने कुख्यात अपराधी नंदू उर्फ रावण की बिजनौर में पुलिस कस्टडी में ही हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके कदम नहीं रुके और 7 जून 2014 को भाजपा नेता विजय पंडित को मारकर वह इनामी बन गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो