शिफ्ट हो सकता है जिला अस्पताल उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल 2011 में 700 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-30 स्थित पीजीआर्इ की बिल्डिंग का निर्माण कराया गया था। फिलहाल चाइल्ड पीजीआई के एक हिस्से में अभी जिला अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। यदि एम्स इस अस्पताल को टेकओवर करता है, तो जिला अस्पताल को प्राधिकण द्वारा निर्माण करार्इ जा रही सेक्टर-39 स्थित बिल्डिंग में शिफ्ट किया जा सकता है। हालांकि, इसका फैसला आगामी बैठक में ही होगा। अभी जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1500 मरीज आेपीडी में आते हैं। वहीं, सेक्टर-39 के निर्माणाधीन अस्पताल का काम पूरा होने में करीब एक साल का समय लग जाएगा। उधर, चाइल्ड पीजीआई को 300 बेड का किया जाना है। मौजूदा समय में जिस बिल्डिंग में अस्पताल संचालित किया जा रहा है, वहां इतने बेड लगा पाना मुश्किल है। चूंकी साथ वाली बिल्डिंग भी इसी की है। लिहाजा टेकओवर के समय एम्स पूरी बिल्डिंग को ही ले सकता है।
बैठक में इन बिंदुआें पर होगी खास चर्चा 26 दिसंबर को होने वाली बैठक में तीन बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। इनमें एम्स किस तरह से पीजीआई को टेकओवर करेगा, क्या शर्ते होंगी, डाॅक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की सेलरी व अन्य सुविधाएं किस मद में होंगी। दूसरा बिंदु जिला अस्पताल का संचालन साथ में होगा या इसे कहीं ओर शिफ्ट किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में ही एम्स द्वारा हाल ही में अस्पताल के निरीक्षण की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाएगी। सीएमओ अनुराग भार्गव का कहना है कि पीजीआई को लेकर एक बैठक होगी, जिसमें प्राधिकरण व स्वास्थ्य विभाग के अलावा प्रदेश सरकार के आला अधिकारी शामिल होंगे। बैठक में फैसला किया जाएगा कि एम्स को लेकर क्या पॉलिसी होगी और जिला अस्पताल को कहां शिफ्ट किया जाएगा।