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बड़े अरमानों से खरीदा था यह घर, लेकिन हुआ कुछ ऐसा कि मुफ्त में देने को है तैयार

locationनोएडाPublished: Oct 06, 2019 12:23:44 pm

Submitted by:

virendra sharma

बड़े अरमानों से खरीदा था यह घर, लेकिन हुआ कुछ ऐसा कि मुफ्त में देने को है तैयार
Highlights
. आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट में मकान की कराई थी बुकिंग. बैंक ईएमआई के लिए कर रहा है परेशान. बॉयर अपनी तरफ से जमा कराए रुपयों को छोड़ने को तैयार

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नोएडा. गौतमबुद्ध नगर में लाखों लोगों ने अपना घर का सपना देखा। इसके लिए जीवन भर की जमा पूंजी लगा दी। साथ ही बैंक के कर्जदार भी हो गए। लेकिन अपने घर का सपना लोगों का अभी भी अधूरा है। आलम यह है कि कर्ज के चलते घर का बोझ उठाना भी मुश्किल हो रहा है।
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मोहम्मद इरफान ने भी हाईटेक शहर में अपने घर का सपना संजोया था। घर के लिए 2015 में सबवेंशन स्कीम के तहत बुकिंग कराई। इस स्कीम के तहत बिल्डर को घर पर कब्जा न देेने तक ईएमआई देनी होती है। मोहम्मद इरफान ने बताया कि बैंक ने उनका प्रोफाइल देखकर 15 लाख रुपये का लोन दिया था। उन्होंने बताया कि उसके अलावा इधर—उधर से करीब 2.10 लाख का और कर्ज लिया। उन्होंने बताया कि जुलाई 2016 में बिल्डर ने EMI देनी बंद कर दी।
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उन्होंने बताया कि जैसे तैसे कर कुछ माह तक मैंने खुद EMI भरी। जिसकी वजह से बैंक का 19 लाख रुपये का कर्ज हो गया। उसके बाद भी घर नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बढ़ते कर्ज को देखते हुए बैंक से घर लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि घर की वजह से मैं बर्बाद हो चुका हूं और सदमे के चलते पिता की मौत हो गई।
दो बच्चों की फीस देेने के लिए पैसे नहीं है। ठेके पर इलेक्ट्रिक का काम कर मकान का हर माह 10 हजार रुपये का किराया देना पड़ता है। अब कोई बैंक लोन भी नहीं देगा। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के अलावा रास्ता नहीं है। बैंक के रिकवरी एजेंट आए दिन उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने बताया कि मेरी तरफ से बैंक को करीब तीन लाख रुपये दिए जा चुके है। उसके बाद भी मैं मकान वापस करने को तैयार हुं।
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