एंबुलेंस ड्राइवरों को फोर्टिस अस्पताल के सहयोग से प्रशिक्षित किए जाने के बाद पीड़ित मरीज को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सहायता पहुंचाने के लिए भी प्रशिक्षित किया गया। चालकों को मरीज की जान बचाने के लिए क्या-क्या और किस तरह से प्रयास करने चाहिए। इसके बारे में भी जानकारी दी गई। डीसीपी ट्रैफ़िक पी गणेश शाहा ने बताया कि पहले दिन ऑटो में एंबुलेंस संबंधित आवश्यक उपकरण लगाकर पांच ऑटो एंबुलेंस को रवाना किया गया। इनमें रेगुलेटर सहित ऑक्सीजन सिलेंडर के अलावा ऑक्सीमीटर, पीपीई किट, ग्लब्स, मास्क दिए गए।
डीसीपी ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए यातायात पुलिस द्वारा आपातकालीन परिस्थितियों में आम लोगों को तुरंत सहायता प्रदान कराने के लिए 20 ऑटो के एक समूह को एंबुलेंस तथा ऑक्सीजन वाहन के रूप में प्रयोग करने के लिए तैयार कराया गया है। जरूरतमंद व्यक्ति यातायात पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 9971009001 से ऑटो चालक के मोबाइल नंबर लेकर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। आने वाल दिन में बाकी ऑटो भी इस सेवा से जोड़ दिए जाएंगे। ऑटो एंबुलेंस चलने से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को भी काफी सुविधा मिलेगी।