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क्या है पूरा मामला बाइक बोट घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स प्रा. लि. (जीआईपीएल) के डायरेक्टर बनकर लोगों को विश्वास में लेकर ओला, उबर की तरफ से बाइक बोट के नाम से कंपनी खोल ली। लोगों को अच्छे कमाई का लालच देकर कंपनी में करोड़ों रुपए का निवेश भी करवा लिया। आरोपियों के खिलाफ राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, मुम्बई के विभिन्न थानों में मुकदमा दर्ज है। इनमें 27 केस सिर्फ राजस्थान के जयपुर में दर्ज है। जयपुर पुलिस के डीसीपी (साउथ) हरेंद्र महावर ने पत्रकारों को बताया कि मुख्य आरोपी संजय भाटी है। वह गौतम बुद्ध नगर जिले के दनकौर इलाके में स्थित चिती गांव का रहने वाला है। दूसरा आरोपी विजयपाल कसाना मेरठ जिले के फलवदा का रहने वाला है। तीसरा आरोपी राजेश भारद्वाज बुलंदशहर जिले के खुर्जा इलाके के शेकपेन मोहल्ला में रहता है।
क्या है बाइक बोट घोटाला ? बता दें कि मुख्य आरोपी संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स प्रा. लि. (जीआईपीएल) में बाइक बोट स्कीम में एक व्यक्ति से करीब 65 हजार रूपये की बाइक के नाम से निवेश करवाया। जिसमें हर महीने 9000 रूपये तथा वर्ष में 1,08,000 रूपये का कमीशन कमाने का लुभावना लालच देकर ठगी को अंजाम दिया। आरोपी के कम्पनी में करीब 12,000 कर्मचारी काम करते थे। करीब 10,000 से अधिक बाइक टैक्सी संचालित कर रखी थी। आरोपी ने करीब 1,50,000 व्यक्तियों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है।