बुलेटिन की खास बातें-
टीम इंडिया में वापसी के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने किया कड़ा संघर्ष
डाॅन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने वाले जेलर उदय प्रताप सिंह बर्खास्त
हिंदू युवा वाहिनी ने सौंपा ज्ञापन, बोले- इन लोगों को जल्द से जल्द मिले मुआवजा
बच्चों में दिखें चमकी बुखार के ये लक्षण तो ऐसे बचाएं जान
SSP की क्राइम कंट्रोल योजनाएं ‘धराशाई’, शहर में बाइक सवार बदमाशों का खौफ जारी
नोएडा. पत्रिका के इस बुलेटिन में आप पढ़ सकते हैं दिनभर की पांच बड़ी और ट्रेंडिंग खबरें। पहली खबर क्रिकेट से है। अफगानिस्तान के खिलाफ आज खेले जा रहे वन-डे में मोहम्मद शमी को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया है। बता दें कि इसके लिए शमी ने अमरोहा में जी-तोड़ मेहनत कर छह किलो वजन कम किया है। वहीं दूसरी खबर बागपत से है, जहां जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में जेलर को बर्खास्त कर दिया गया है। तीसरी खबर बिजनौर से है, जहां हिंदू युवा वाहिनी ने बाढ़ में मारे गए लोगों के परिजनों को जल्द मुआवजा देने की मांग को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौंपा है। चौथी खबर हाईटेक सिटी नोएडा से है, जहां बाइक सवार लुटेरों ने मॉर्निंग वॉक के दौरान सेक्टर 21 स्थित नोएडा स्टेडियम के बाहर केमिकल फैक्ट्री मालिक से हथियारों के बल पर लूट की है। वहीं पांचवी खबर गाजियाबाद से है, जहां चमकी बुखार के लीची में पाए जाने कीड़ों से होने की बात को चिकित्सक ने अफवाह बताया है।
टीम इंडिया में वापसी के लिए तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने किया कड़ा संघर्षअमरोहा. विश्व कप 2019 (world cup 2019) में आज यानी शनिवार को भारत और अफगानिस्तान के बीच मुकाबला होगा। भुवनेश्वर कुमार के चोटिल होने बाद मोहम्मद शमी को टीम इंडिया में जगह मिल गर्इ है। यहां बता दें कि मोहम्मद शमी ने विश्व कप के लिए खास तैयारी की है। मानसिक व शारीरिक पेरशानियों से जूझते हुए शमी का भारतीय टीम में चयनित होना आसान नहीं था, लेकिन मोहम्मद शमी ने तमाम परेशानियों का सामना करते हुए चुनौतियों को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि टीम इंडिया मे वापसी भी की। शमी के कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी बतातें हैं कि शमी का वजन जब बढ़ गया था तो उन्होंने देसी तरीकों को आजमाते हुए कुछ ही दिनों में करीब 6 किलोग्राम वजन कम कर लिया। वे कहते हैं कि शमी मानसिक रूप से इतने मजबूत हैं कि जो ठान लेते हैं उस काम को पूरा करके ही दम लेते हैं।
बागपत. भ्रष्टाचार व लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्ती बरतते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में बागपत जेल में माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जेलर उदय प्रताप सिंह और एक स्टिंग ऑपरेशन फंसे मेरठ जेल के डिप्टी जेलर धीरेंद्र कुमार सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। बता दें कि बड़ी कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रहे आनंद कुमार ने डीजी जेल का पदभार संभालते ही की है। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि जांच के बाद दोनों अधिकारी ड्यूटी में लापरवाही के दोषी पाए गए हैं, जिसके चलते उनके खिलाफ यह एक्शन लिया गया है।
बिजनौर. जनपद के कई गांव में पिछली बार बाढ़ का पानी आने से जहां ग्रामीणों को अपना घर छोड़कर दूसरी जगह पर जाना पड़ा था। वहीं इस बाढ़ में किसानों की सैकड़ों बीघा जमीन पानी में जलमग्न हो गई थी। किसान इससे पहले भी कई बार बरसात से पहले बाढ़ के खतरे को लेकर जिला प्रशासन को अवगत कराते चले आ रहे हैं। आरोप है कि इसके बावजूद भी आज तक बिजनौर के कई गांव में बाढ़ का पानी तबाही मचाता रहा है। जिससे गंगा खादर के किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आते रहे। साथ ही पिछले साल दैबलगढ़ गांव में बाढ़ के पानी मे डूबने से 10 लोगों की मौत हो गई थी। जिन्हें आज तक मुआवज़ा तक नहीं मिला। इसको लेकर भी एक ज्ञापन एडीएम को सौंपा गया है।
नोएडा. उत्तर प्रदेश की सबसे हाईटेक सिटी नोएडा में अपराधिक वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बाइक सवारों द्वारा की गई 11 लाख की लूट का मामला अभी सुलझा नहीं था, वहीं अब बाइक सवार लुटेरों ने एक नई वारदात कर पुलिस को चुनौती दे दी है। दरअसल, सेक्टर 21 स्थित नोएडा स्टेडियम के बाहर केमिकल फैक्ट्री मालिक और सीनियर सिटीजन डी.पी भाटिया के साथ बाइक सवार बदमाशों ने उस समय हथियारों के बल पर लूट की जब वे अपनी कार से मॉर्निंग वॉक करने उतरे। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
गाजियाबाद. इन दिनों बिहार में जानलेवा चमकी बुखार (Chamki Fever) ने कहर बरपाया हुआ है। इस बीमारी की चपेट में आने से सैकड़ों बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। यही वजह है कि बिहार के साथ देशभर में चमकी बुखार का खौफ देखने को मिल रहा है। बता दें कि मुजफ्फरपुर में भी कुछ बच्चे बीमार हुए हैं। इसका मुख्य कारण लीची के फल में होने वाले वायरस को माना जा रहा है। इसी वजह से लोगों ने लीची फल से दूरी बनानी शुरू कर दी है। चिकित्सकों की मानें तो यह महज एक अफवाह है। चिकित्सकों की राय में लीची में पाए जाने वाले कीड़े या वायरस के कारण यह बीमारी नहीं पनप रही हैं, बल्कि यह एक अलग तरह की बीमारी है।