आॅफिस आैर दुकान बनाने का सपना दिखाकर हड़पे रुपये
सेक्टर-62 के ए-46 में प्रॉपलेरिटी इंफ्राटेक बिल्डिंग बनाने के लिए निवेशकों से पैसे लिए थे और एचएसएल सॉफ्टवेयर की यह जमीन है। मुकदमे के वादी टीए खान ने बताया कि प्रॉपलेरिटी इंफ्राटेक ने तीन साल पूर्व 2014 से ऑफिस व दुकान देने के नाम पर बुकिंग शुरू की थी। आरोपियों ने एक दुकान आैर आॅफिस स्पेस के लिए लोगों से दस लाख रुपये से लेकर डेढ़ करोड़ रुपये तक वसूल कर लिये। इसके साथ ही 2018 तक पजेशन देने का वादा किया था, लेकिन अब तक सेक्टर-62 में प्राॅपलेरिटी बिजलाइफ के नाम से बन रहे इस बिल्डर काॅम्प्लेक्स का पांच प्रतीशत काम भी नहीं हुआ है।
पैसे वापस मांगने पर दिया था आश्वासन, फिर गायब हुए बिल्डर
शिकायकर्ता ने बताया कि पिछले एक साल से बिल्डर कंपनी के डायरेक्टरों के साथ निवेशकों की बैठक हुई। इसमें पैसे लौटाने पर भी सहमति बनी थी। इस बैठक में बिल्डरों ने साल के अंतिम महीने तक रुपये देने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बाद से ही बिल्डर का सेक्टर-63 स्थित प्रॉपलेरिटी इंफ्राटेक का ऑफिस बंद है। इसके बाद पीड़ितों ने एसएसपी से मामले की शिकायत की है। जिसके बाद कोतवाली सेक्टर-58 में आपराधिक धोखाधड़ी, विश्वासघात व षडयंत्र करने के मामले में मुकदमा दर्ज किया।