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नोएडा के सैक्टर 26 स्थित अखिल भारतीय ज्योतिष संस्था संघ के अध्यक्ष अरुण बंसल का कहना है कि, आने वाले समय में इस महाग्रहण का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। दुर्घटनाओं की आशंकाएं बनेगी और राजनैतिक रूप में भी उथल-पुथल हाेगी। युद्ध और आपदाओं की स्थिति पैदा हाेने की भी आशंका प्रबल हाेने की बात उन्हाेंने कही है। यह भी पढ़ें
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अरुण बंसल कहते है कि काफी समय बाद ऐसा सूर्य ग्रहण लगा है। यह सूर्य ग्रहण जब लगा, उस दौरान सूर्य दिल्ली और भारत के ऊपर से होकर जा रहा था। इसलिए भी इसका असर इस बार ज्यादा होगा। सूर्य ग्रहण पर ऐसे कई महासंयोग बन रहे हैं जो आज से तकरीबन 900 से पहले बने थे। इस ग्रहण में सूर्य का संयोग राहु, बुध और चंद्र के साथ बन रहा है। यह भी पढ़ें
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इस ग्रहण में सूर्य का मंगल से भी संबंध होगा। इस महा ग्रहण के समय एक धुरी में सूर्य के साथ चंद्रमा और चंद्रमा के साथ शुक्र और बुध थे। उसके विपरीत में गुरु और शनि हैं। यह सारे ग्रह मंगल को छोड़कर एक धुरी पर आ गए। इससे ग्रेविटेशनल फ़ोर्सेस डिसबैलेंस हो जाता है। इस डिसबैलेंस के कारण भूकंप, ज्वार-भाटा जैसी प्राकृतिक आपदाओं का जन्म हाेता है। जिस तरह का हाई टाइड्स समुन्द्र में आती हैं उसी तरह की हाई टाइड्स लोगों के दिमाग में भी आती हैं। इससे लड़ाई झगड़े हो जाते हैं और युद्ध भी हो जाते हैं। इसके साथ-साथ दुर्घटनाएं और आगजनी की घटनाएं भी बढ़ती हैं। यह भी पढ़ें