scriptBike Bot Scam: नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से भी बड़े स्कैम बाइक बोट मामले में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर | Cbi registered case in bike bot scam of 15000 crore rupees | Patrika News

Bike Bot Scam: नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से भी बड़े स्कैम बाइक बोट मामले में सीबीआई ने दर्ज की एफआईआर

locationनोएडाPublished: Nov 02, 2021 04:27:43 pm

Submitted by:

Nitish Pandey

Bike Boat Scam: बाइक बोट के नाम पर किए गए 15,000 करोड़ रुपये के बड़े घोटाले के मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने इस मामले में कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर संजय भाटी और 14 अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने देश भर में लाखों लोगों से ठगी की है। यह घोटाला हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी की ओर से किए गए फ्रॉड से भी बड़ा माना जा रहा है।

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Bike Boat Scam: संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई थी। इसके बाद बाइक बोट नाम से स्कीम की शुरुआत की गई। इसके तहत संजय भाटी और उसके साथियों ने निवेशकों को 1,3,5 या फिर 7 बाइकों में निवेश के बाद आकर्षक दोगुने रिटर्न का ऑफर दिया गया।
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कंपनी के अधिकारियों ने लोगों को बताया था कि यह बाइक टैक्सी स्कीम है और इसमें पैसे लगाने पर लोगों को बड़ा रिटर्न मिलेगा। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और हजारों करोड़ की ठगी करने के बाद संजय भाटी और उसके साथी चंपत हो गए। संजय भाटी फिलहाल जिला कारागार गौतमबुद्ध नगर में बंद है, लेकिन विजेंद्र सिंह हुड्डा देश में ही नहीं है।
हर महीने रिटर्न्स का ऑफर

इस ठगी की स्कीम के तहत लोगों को ऑफर दिया गया था कि वे बाइकों को खरीदने के लिए जो निवेश करेंगे, उसके बदले में उन्हें हर महीने रिटर्न हासिल होगा। इसके अलावा अन्य लोगों को जोड़ने पर कुछ अलग इंसेंटिव देने की भी बात कही गई थी। इसके अलावा कंपनी ने देश के कई शहरों में अपनी फ्रेंचाइजी शुरू करने की भी बात कही। हालांकि यह स्कीम कहीं भी जमीन पर नहीं उतरी और लोगों से फ्रॉड जारी रहा। इस स्कीम को कंपनी ने 2017 में लॉन्च किया था और 2019 के शुरुआती दिनों तक यह घोटाला लगातार जारी रहा। इस दौरान देश भर से लाखों लोगों ने कंपनी में करीब 15,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था।
सीबीआई की एफआईआर में पुलिस पर भी सुई

सीबीआई से पहले इस केस में ईडी ने जांच शुरू की थी। एजेंसी की ओर से कंपनी के प्रमोटर्स की 216 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी। सीबीआई ने अपनी एफआईआर में लिखा है कि 2 लाख लोगों से ठगी का यह मामला है। इसके तहत कंपनी ने विज्ञापन जारी करके लोगों से स्कीम में निवेश की अपील की थी। इसके अलावा सीबीआई ने अपनी एजेंसी में पुलिस की ढिलाई पर भी सवाल उठाया है। रिपोर्ट के मुताबिक एसएसपी और एसपी क्राइम ब्रांच ने लोगों से अपनी शिकायतों को वापस लेने के लिए दबाव बनाया था।
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