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21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण मुरादाबाद के वरिष्ठ ज्योतिष पंकज वशिष्ठ ने बताया कि यह 21वीं सदी करा सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा। इसकी अवधि लगभग चार घंटे की होगी। उनका कहना है कि 27 जुलाई को पड़ने वाला यह चंद्र ग्रहण रात 11.54 से 3.49 बजे तक रहेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। यह भी पढ़ें
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27 जुलाई को है गुरु पूर्णिमा भी उनका कहना है कि 27 जुलाई को ही गुरु पुर्णिमा भी पड़ रही है। साथ ही उसी दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ेगा। यह एक दुर्लभी संयाेग है। ऐसा बहुत कम होता है। उनके अनुसार, गुरु पूर्णिमा के दिन ही चंद्र ग्रहण पड़ने के कारण इसका असर नकारात्मक हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि एक ही दिन दोनों होने से कोई बड़ी विपदा आ सकती है। पंकज वशिष्ठ के मुताबिक, ऐसी मान्यता है कि इससे प्राकृतिक आपदाओं जैसे चक्रवात, भूस्खलन, बाढ़ आदि जैसी समस्याएं आ सकती हैं। इसके अलावा हिंसा और समाज में अशांति फैलने की संभावना भी रहती है। यह भी पढ़ें
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राजनीति पर भी पड़ेगा असर उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण पड़ने से राजनीति पर भी असर पड़ सकता है। इसका राजनीति पर भी दुष्प्रभाव देखने को मिल सकता है। उनके अनुसार, इस संयोग के कारण देश में राजनीतिक अस्थिरता की संभावना बढ़ने की भी संभावना है। मतलब अगर देखा जाए तो इसके कारण राजनीतिक उठापटक की भी संभावना है। इससे भाजपा सरकार में भी उठापटक हो सकती है, जो कि नुकसानदायक साबित हो सकती है। यह भी पढ़ें
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प्रभाव कम करने के लिए करें ये उपाय ज्योतिष के मुताबिक, इसका राशियों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि इसका प्रभाव कम करने के लिए मेष, मिथुन, तुला और कुंभ राशि वाले ग्रहण काल में जल भरकर और उसमें चावल डालकर गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे चंद्र ग्रहण का प्रभाव कम हो जाएगा। इसके साथ ही ऐसा करने से इनका भाग्य भी खुलेगा। यह भी पढ़ें