यह भी पढ़ें- आजमगढ़ में सपा ने जीतीं सबसे ज्यादा सीटें, लेकिन अध्यक्ष बनवाना अखिलेश के लिए बड़ी चुनौती बता दें कि आजाद समाज पार्टी के मुखिया पहले ही 2022 के विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ उतरने का ऐलान कर चुके हैं। इसी वजह से विधानसभा उपचुनाव के बाद उन्होंने यूपी पंचायत चुनाव में पूरी ताकत के साथ प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। यूपी पंचायत चुनाव में आजाद समाज पार्टी को मुजफ्फरनगर में सात, बिजनौर में आठ और सहारनपुर जिले में तीन जिला पंचायत सदस्य की सीट मिली हैं। इतना ही नहीं चंद्रशेखर की पार्टी ने वेस्ट यूपी के हर जिले में जीत दर्ज की है।
आगामी विधानसभा चुनाव में मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी आसपा आजाद समाज पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुनील चित्तौड़ का कहना है कि यूपी पंचायत चुनाव में पार्टी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। नई पार्टी होने के बावजूद वेस्ट यूपी के हर जिले में आजाद समाज पार्टी ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी और भी अधिक मजबूती के साथ मैदान में उतरेगी। बता दें कि सुनील चित्तौड़ एक समय में बसपा प्रमुख मायावती के खास में शुमार थे, लेकिन कुछ नाराजगी के कारण उन्होंने बसपा छोड़ दी थी। अब वह आजाद समाज पार्टी की मजबूती के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी में युवाओं के साथ हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जा रहा है। पार्टी के विस्तार का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।
चंद्रशेखर और मायवती दोनों वेस्ट यूपी से उल्लेखनीय है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश बहुजन समाज पार्टी का गढ़ रहा है और मायावती भी गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर गांव की रहने वाली हैं। जब मायावती सत्ता में आई थीं तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ज्यादातर सीटों पर परचम लहराया था। वहीं, भीम आर्मी प्रमुख भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के हैं, जिन्होंने मायावती के किले को पंचायत चुनाव में ध्वस्त कर दिया है। बसपा के वोट बैंक में आजाद समाज पार्टी ने सीधे सेंधमारी की है। अब देखने वाली बात ये होगी कि आगामी विधानसभा चुनाव में आजाद समाज पार्टी कैसा प्रदर्शन करती है?
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