सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अधिकारियों के साथ हुई उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट में अनियमितताएं 2004 से जारी हैं। ऐसे में शासन स्तर से विशेष जांच समिति गठित कर इस प्रकरण की गहन जांच कराई जाए। और एक-एक दोषी अधिकारी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पडऩे पर अफसरों पर आपराधिक केस भी दर्ज किया जाए। मामले में तत्काल कार्रवाई शुरू की जाए।
नोएडा विकास प्राधिकरण के अफसर फंसेंगे
अदालत ने इस मामले में नोएडा प्राधिकरण पर सख्त टिप्पणी की है। उसके मुताबिक इस मामले में यूपी अपार्टमेंट एक्ट-2010 का पालन कराने का कोई प्रयास नहीं किया। इससे घर लेने वालों के अधिकारों का बुरी तरह हनन हुआ।
अदालत ने इस मामले में नोएडा प्राधिकरण पर सख्त टिप्पणी की है। उसके मुताबिक इस मामले में यूपी अपार्टमेंट एक्ट-2010 का पालन कराने का कोई प्रयास नहीं किया। इससे घर लेने वालों के अधिकारों का बुरी तरह हनन हुआ।
आठ साल तक प्राधिकरण में तैनात अधिकारियों की होगी जांच
नोएडा प्राधिकरण में 2004 से 2012 तक तैनात रहकर नियमों को नहीं मानने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की जांच होगी। इसके अलावा बिल्डर के खिलाफ भी प्राधिकरण कार्रवाई करेगा। दोषी अधिकारी के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं।
नोएडा प्राधिकरण में 2004 से 2012 तक तैनात रहकर नियमों को नहीं मानने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों की जांच होगी। इसके अलावा बिल्डर के खिलाफ भी प्राधिकरण कार्रवाई करेगा। दोषी अधिकारी के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें
मथुरा-वृंदावन सहित यूपी के तीर्थ क्षेत्रों में नहीं बिकेगी मांस और मदिरा, सीएम योगी का बड़ा फैसला
कैसे फंस रहा प्राधिकरण
गौरतलब है कि बिल्डर को जमीन आवंटन से लेकर नक्शे पास कराने तक का काम नोएडा प्राधिकरण के ग्रुप हाउसिंग व नियेाजन विभाग का था। नियोजन विभाग में रिवाइज्ड नक्शे को अनुमति में बिल्डर का साथ दिया गया। संबंधित अधिकारियों की सूची नोएडा प्राधिकरण में बननी शुरू हो गई है। इनकी विभागीय जांच के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। प्रदेश सरकार को संबंधित अधिकारियों को सूची भेज कार्रवाई की जाएगी।
एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू
नियोजन विभाग में तैनात मुकेश गोयल के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है, जल्द कार्रवाई हो सकती है। रितु माहेश्वरी, सीईओ, नोएडा प्राधिकरण ने बताया कि दोनों एसीईओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी गई है।
नियोजन विभाग में तैनात मुकेश गोयल के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है, जल्द कार्रवाई हो सकती है। रितु माहेश्वरी, सीईओ, नोएडा प्राधिकरण ने बताया कि दोनों एसीईओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित कर दी गई है।