scriptरिटायर्ड कर्नल को झूठा फंसाने वाले एडीएम को सीएम योगी ने किया निलंबित, मचा हड़कंप | cm yogi suspend adm harish chandra after retd colonel dispute in noida | Patrika News

रिटायर्ड कर्नल को झूठा फंसाने वाले एडीएम को सीएम योगी ने किया निलंबित, मचा हड़कंप

locationनोएडाPublished: Aug 24, 2018 02:37:51 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

एसएसपी ने भी कार्रवाई करते हुए थाना सेक्टर-20 एसएचओ मनीष सक्सेना को लाइन हाजिर किया गया है, जबकि क्षेत्रधिकारी प्रथम अनिल कुमार को भी दादरी सर्किल से हटा दिया है।

cm yogi

रिटायर्ड कर्नल को झूठा फंसाने वाले एडीएम को सीएम योगी ने किया निलंबित, मचा हड़कंप

नोएडा। रिटायर्ड कर्नल से विवाद के बाद सुर्खियों में आए मुजफ्फरनगर के एडीएम की मुसीबतें अब बढ़ती नजर आ रही है। दरअसल, मुजफ्फरनगर में तैनात एडीएम हरीश चंद्रा के खिलाफ शासन ने कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है। उनके निलंबन का आदेश मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया है। बता दें कि एडीएम गत 14 से 21 अगस्त तक अवकाश पर थे, लेकिन इसके बाद भी अभी तक वह वापस नहीं लौटे हैं। शासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से पीसीएस अफसरों में भी हलचल है।
यह भी पढ़ें

सीएम योगी के दरबार में पहुंचा मामला तो एडीएम के घर पर प्राधिकरण ने चला दिया बुलडोजर

वहीं इस मामले में निलंबित किए गए एडीएम हरीश चंद्र ने सफाई पेश करते हुए कहा है कि पुलिस ने दबंगों के प्रभाव में एकतरफा कार्रवाई की है। मेरी पत्नी ने कर्नल को छुआ तक नहीं, बावजूद इसके उन पर धारा 307 लगा दी गई। वहीं मेरा बेटा जो कि ग्रेजुएशन में पढ़ रहा वह इस प्रकरण में कहीं भी नहीं था। उसके खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की गई है।
यह भी पढ़ें

रिटायर्ड कर्नल से ऐसी हरकत करने पर दर्ज हुआ केस तो छुट्टी लेकर पत्नी सहित फरार हुए एडीएम!


प्राधिकरण की टीम ने भी एडीएम के घर का वो छज्जा धवस्त कर दिया जो अतिक्रमण का हिस्सा था। खास बात यह है कि प्राधिकरण द्वारा ये कार्रवाई गुरुवार तड़के 5 बजे की गई। इसके साथ ही एसएसपी ने भी कार्रवाई करते हुए थाना सेक्टर-20 तत्कालीन एसएचओ मनीष सक्सेना लाइन हाजिर किया गया है, जबकि क्षेत्रधिकारी प्रथम अनिल कुमार को भी दादरी सर्किल से हटा दिया है।
यह भी देखें-एडीएम के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

रिटायर्ड कर्नल का कहना है कि एडीएम हरीश चन्द्रा और उनकी पत्नी ने मुझ पर जो भी आरोप लगाए थे, वह सभी गलत हैं और यह उनकी सोची-समझी साजिश थी। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मैंने एडीएम द्वारा अपने फ्लैट में किए जा रहे अवैध निर्माण की शिकायत की थी। जिसके बाद एडीएम ने अपने रसूख का फायदा उठाकर और पुलिस के साथ मिलकर मुझे झूठे आरोपों में जेल भिजवाया था। हालांकि सीसीटीवी फुटेज से सब साफ हो गया कि किसने क्या किया है। इसके बाद भी अभी तक एडीएम और उसकी पत्नी व अन्य आरोपियों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं कर सकी है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो