अस्पताल के सभागार में मुख्यमंत्री ने मेरठ मंडल के सभी जनपदों के नोडल अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 महामारी, कानून व्यवस्था तथा विकास के संबंध में बैठक करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाने तथा कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों का यथा समय इलाज संभव कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के द्वारा 450 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में 1.51 लाख बेड की व्यवस्था सरकार के पास उपलब्ध है।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना की जांच के लिए दो माह पूर्व पूरे प्रदेश में एक लैब स्थापित थी, लेकिन सरकार ने वर्तमान में पूरे प्रदेश में 32 टेस्टिंग लैब की स्थापना कर चुकी है। इन लैब में अब तक 29 लाख 96 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। सबसे अधिक टेस्ट करने वाला यूपी देश का दूसरा राज्य है। एनसीआर के जनपदों में कोरोना से मरने वालों की संख्या में कमी आई है। आगे इस प्रयास को जारी रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले 15 दिनों के भीतर प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर को एक प्रतिशत से कम पर लाने का लक्ष्य तय किया है। इसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया और कहा कि गौतमबुद्ध नगर में कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद अपराधों में कमी आई है। इसके लिए उन्होंने पुलिस अफसरों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अपराधियों और माफिया के विरुद्ध बेहद सख्ती से कार्रवाई की जाए। इसमें कहीं भी लापरवाही या पक्षपात असहनीय होगी।