यह भी पढ़ें- भीम आर्मी प्रमुख ने कहा दहशत में परिवार, सरकार दे वाई श्रेणी की सुरक्षा बता दें कि शनिवार को प्रियंका और राहुल गांधी हाथरस जाने के लिए डीएनडी पर पहुंचे थे। जहां पहले से ही भारी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए थे। राहुल-प्रियंका के काफिले को हाथरस जाने से रोकने के लिए पहले से ही वहां भारी संख्या मेें पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। जैसे ही कांग्रेसियों को काफिला टोल प्लाजा के पास पहुंचा तो हंगामा खड़ा हो गया। इसी दौरान पुलिस ने कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज कर दिया। प्रियंका और राहुल अपने कार्यकर्ताओं को पुलिस से बचाने लगे।
इसी बची प्रियंका गांधी हेलमेट पहने एक सिपाही ने गिरेबान पकड़ लिया और उन्हें खींचने की कोशिश की। प्रियंका गांधी से इसी बदसलूकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर कमिश्नरेट पुलिस के खिलाफ लोगों ने जमकर टिप्पणियां की। इसके बाद बैकफुट पर आई कमिश्नरेट पुलिस नेे मामले की जांच कराने की बात कही। साथ ही बदसलूकी के लिए प्रियंका गांधी से खेद प्रकट किया है।
पुलिस कमिश्नरेट ने स्वत: संज्ञान लिया अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने कहा है कि इस मामले में पुलिस कमिश्नरेट ने स्वत: संज्ञान लिया है। मामले की जांच वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी से कराई जा रही है। जांच के बाद दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
सिपाही की नहीं हो सकी पहचान बता दें कि डीएनडी पर प्रियंका गांधी के साथ जिस सिपाही ने बदसलूकी की थी। उस सिपाही की अब तक पहचान नहीं की जा सकी है। पुलिस को जो भी वीडियो और फोटो मिले हैं। उनमें वह सिपाही पूरी तरह से दिखाई नहीं दे रहा है। सिर्फ सिपाही के पीछे का हिस्सा और हेलमेट नजर आ रहा है।