उन्होंने कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी डॉ. अरविंद सिंह को भाजपा पुत्र करार दिया और कहा कि उन्होंने डॉ. अरविंद की उम्मीदवारी का विरोध किया है। उसका संज्ञान लेते हुए हाईकमान ने आबजर्वर भेजा था। अब जो होगा देखा जाएगा।नोएडा प्रेस क्लब में हुई प्रेस कान्फ्रेंस में कांग्रेसी नेता रघुराज सिंह ने कहा कि प्रत्याशी के बाबत उन्होंने विरोध किया था। उस पर संज्ञान लेते हुए हाईकमान ने आब्जर्वर भेजा था।
आब्जर्वर के सामने भी उन्होंने अपना विरोध दर्ज करा दिया है। अब जो फैसला होगा, एक दो दिन में पता चल जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर यही प्रत्याशी रहा तो वह सिर्फ कांग्रेस को वोट देंगे और घर बैठ जाएंगे। प्रत्याशी के प्रचार का प्रश्न ही नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी बेशक बाहर का प्रत्याशी भेजे, लेकिन वह कांग्रेसी होना चाहिए। अगर कांग्रेसी प्रत्याशी आएगा तो वह उसका स्वागत करेंगे और पूरे मनोवेग से उसका प्रचार करेंगे।
रघुराज सिंह ने कहा कि 2014 के चुनाव में बाहर से आए प्रत्याशी का हाल सबने देखा है। वह देश में चुनाव के दौरान हुई अनूठी घटना थी। किसी ने भी इस बात की कल्पना नहीं की थी। पांच साल बाद अब फिर वही बात दोहराई जा रही है। उन्होंने साफ-साफ तो कुछ भी नहीं कहा, लेकिन इशारे में यह तो कह ही दिया कि इतिहास अपने को दोहरा सकता है। ऐसा सिर्फ उनका नहीं, बहुतों का मानना है। डॉ. अरविंद सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने के पीछे किसी साजिश की ओर भी उन्होंने इशारा किया।
प्रियंका गांधी के बाबत दिए गए डॉ. महेश शर्मा के बयान पर रघुराज सिंह ने कहा कि संस्कृति मंत्री रहते हुए भी उन्होंने एक महिला के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग किया। महिलाओं के सम्मान का ढिंढोरा पीटने वाले भाजपा नेता को मां, बहन और बेटी का शायद मतलब ही नहीं पता है। इसके लिए भाजपा और खुद डॉ. महेश शर्मा को माफी मांगनी चाहिए।