दरअसल, टोल वसूलने वाले बाउंसरों से उलझना एक कैंटर चालक विमल तिवारी को को भारी पड़ गया। उसी दौरान बिना टैक्स दिए दिल्ली में घुसने के आरोप में बाउंसरों ने उसका कैंटर पकड़कर करीब 14 हजार 500 रुपये जुर्माना राशि मांगी। चालक ने पैसे देने में असमर्थता जताई और मालिक से बात करवाई। जिसके बाद बाउंसरों ने उसके कैंटर को छोड़ दिया। वहीं घटना के करीब 6 घंटे बाद उसका शव टोल बूथ से कुछ दूर यमुना पुल पर बरामद किया गया। पुलिस उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के भेज दिया।
डीएसपी श्वेताभ पांडे का कहना है कि मृतक विमल तिवारी के भाई राम सिंह तिवारी की शिकायत पर थाना 39 में सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ किया गया है। मृतक के भाई ने शिकायत के अनुसार वाजिदपुर निवासी विमल तिवारी पिछले चार वर्षों से खोड़ा कॉलोनी में रहने वाले ट्रांसपोर्टर लाल बहादुर का कैंटर चला रहा था। नोएडा से शुक्रवार की रात कैंटर लेकर दिल्ली जा रहा था। उसे कालिंदी कुंज के पास टोल टैक्स के लिए बाउंसरों ने रोका था। बिना टैक्स दिए दिल्ली में घुसने के आरोप में टोल वसूलने वाले बाउंसरों ने उसका कैंटर पकड़ लिया।
जिसके बाद टोल वसूलने वाले बाउंसरों से उसका विवाद हो गया और उसके साथ मारपीट की गई। घटना के करीब 6 घंटे बाद उसका शव टोल बूथ से कुछ दूर यमुना पुल पर बरामद किया गया। पुलिस का कहना है मृतक के शरीर पर पोस्टमार्टम के दौरान चोट के निशान मिले हैं, इसलिए हत्या की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। दिल्ली और नोएडा पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस ने आरोपियों के गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिए हैं।