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आप घर में भी नहीं हैं सुरक्षित, प्रदूषण से बचने के लिए करें ये उपाय

locationनोएडाPublished: Nov 12, 2017 02:43:00 pm

Submitted by:

pallavi kumari

अगर आप सोचते हैं कि घर के अंदर के आप प्रदूषण की चपेट से बच रहे हैं तो ऐसा नहीं है।

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नोएडा. सीने में जलन आंखों में तूफान सा क्यों है, हर कोई इस शहर में परेशान सा क्यों है। जी हां, इन दिनों वातावरण में फैले प्रदूषण की वजह से ये शायरी दिल्ली एनसीआर के लिए एक दम सटीक बैठती है। दरअसल, दिल्ली- एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के स्तर से हर कोई जूझ रहा है और घर के बाहर हर जगह स्मॉग जैसा वातावरण दिखाई पड़ रहा है। वहीं लोगों को आखों में जलन और सांस लेने में परेशानी तक हो रही है। डॉक्टरों ने भी बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। इसके चलते ही प्रशासन ने भी स्कूलों की छुट्टी कर दी है। लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या आपके घरों के अंदर प्रदूषण नहीं है और क्या आप अपने घर के अंदर सुरक्षित हैं? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आपको बता दें कि आप गलत है क्योंकि आपके घर के अंदर भी प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है। जिसके वजह से आप अपने घरों में भी प्रदूषण से नहीं बच सकते। हालांकि पर्यावरणविद विक्रांत तोंगड़ की मानें तो आप घर के अंदर प्रदूषण से बचने के लिए ये उपाय जरूर कर सकते हैं।
हवा शुद्धी के लिए लगाएं पौधे
चारों तरफ वातावरण में कैसे प्रदूषण से आप अपने घरों में हवा शुद्ध करने वाले कई तरह के पौधे लगा सकते हैं। ये पौधे घर की खूबसूरती बढ़ाने के साथ- साथ आपके आसपास की हवा को भी शुद्ध करते हैं। इसके लिए आप बाजार से गेरबेरा डेज़ी, स्पाईडर प्लांट, ड्रासाइिना, बोस्टन फर्न, फीक्स आदि पौधे अपने घर ला सकते हैं।
घर में झाडू लगाते हुए रखें ध्यान
अपने घरों में झाडू लगाते समय आप ध्यान रखें कि धूल ज्यादा न उड़े। ऐसा इसलिए क्योंकि धूल के कण वातावरण में मिल जाते हैं और काफी देर तक नीच नहीं आते। जिसके चलते सांस लेते समय यह कण शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और इससे आप बीमार हो सकते हैं।
 

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घर के अंदर न करें धू्म्रपान
एक्सपर्ट के अनुसार लोगों को घर के अंदर धूम्रपान करने से बचना चाहिए और वह कोशिश करें की घर के बाहर ही धु्म्रपान करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि घर के अंदर धूम्रपान करने से वहां की हवा में धुआं फैल जाता है और इससे परिवार वालों को सांस लेने में मुश्किल हो जाती है।
एयर प्यूरिफायर नहीं है सुरक्षित
पर्यावरणविद् विक्रांत तोंगड़ ने बताया कि इन दिनों वातावरण में प्रदूषण का स्तर का बहुत अधिक है और इसके चलते बाजार में हवा शुद्धी के लिए एयर प्यूरिफायर जैसी अलग- अलग चीजें आने लगी हैं। लोगों को लगता है कि वह अगर अपने कमरे में एयर प्यूरिफायर लगाएंगे तो वह साफ हवा का सेवन कर रहे हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करते हुए लोग अपना कमरा बंद कर लेते हैं, जिससे ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और कई तरह ही समस्याएं लोगों को जो जाती हैं। इसलिए एयर प्यूरिफायर की जगह लोगों को पौधे आदि लगाने चाहिए।
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