यह एनकाउंटर नहीं था- डीजीपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हमारे ऑफिसर को सूचना मिली थी कि कुछ शरारती तत्व शराब के नशे में गाड़ी से आ रहे हैं। जिसके आधार पर हमारे दो अफसर वहां पहुंचे। इस दौरान उनकी बहस हो गई और यह गोली चली। डीजीपी का यह भी कहना था कि फिलहाल, मामले की जांच चल रही है। लेकिन, यह किसी तरह से एनकाउंटर नहीं था।
सगाई से लौट रहा था जितेन्द्र गौरतलब है कि बीते शनिवार रात को चार दोस्तों के साथ स्कॉर्पियो से बहरामपुर से बहन की सगाई कर लौट रहे जितेंद्र यादव उर्फ डंबर को नोएडा के सेक्टर-122 स्थिति सीएनजी पर विजयदर्शन नाम के एक पुलिसकर्मी ने गोली मार दी थी। कहा यह भी जा रहा है कि कहासुनी के बाद पुलिसकर्मी ने उसे गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल को नोएडा के फोर्टिस में भर्ती कराया गया था। बतादें कि जितेंद्र सेक्टर-122 में स्थित पर्थला गांव में जिम चलाता है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
कांग्रेस और सपाईयों किया था धरना प्रदर्शन घटना के विरोध में नोएडा में कांग्रेस और सपा के नेताओं द्वारा जमकर प्रदर्शन किया गया था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने तो यहां तक कहा कि इस मामले में पूरे थाने को सस्पेंड कर दिया जाए। वहीं, जिम संचालक को गोली मारने के मामले में अब आरोपी दरोगा विजय दर्शन की पत्नी चेतना शर्मा ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। चेतना शर्मा का कहना है कि इस मामले को राजनीतिक रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह किसी भी तरह से एनकाउंटर नहीं है। यह एक हादसा है। इसमें पिस्टल छीनने को लेकर दोनों पक्षों में धक्कामुक्की हुई। इसी दौरान उनके पति की पिस्टल से गोली चल गई। उन्होंने बताया कि इसमें विजय दर्शन की तरफ से गोली चलाने की कोई नीयत नहीं थी।