बता दें कि इससे पहले इसी साल मणिपुर में रविवार 7 जनवरी 2018 को दोपहर बाद लोगों भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। जिसकी रिक्टर पैमाने पर जिसकी तिव्रता 5.5 आंकी गई थी। वहीं इससे पहले 11 दिसंबर 2017 को जम्मू-कश्मीर व मेघालय में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। जम्मू कश्मीर में तड़के तो मेघालय में सुबह 8 बजे भूकंप के झटके आए. दोनों जगहों पर आए झटकों की तीव्रता करीब पांच थी।
गौरतलब है कि भारतीय उपमहाद्वीप में उत्तर-पूर्व के सभी राज्य जैसे जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्से सीसमिक जोन- पांच में आते हैं। जबकि उत्तराखंड के कम ऊंचाई वाले हिस्से जैसे उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्से और दिल्ली सीसमिक जोन- चार में आते हैं। वहीं विशेषज्ञों की मानें तो 6 से अधिक तीव्रता वाले भूकंप दिल्ली समेत एनसीआर के कई इलाकों के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकते हैं और केवल 15 सैकेंड भी भारी तबाही के लिए काफी हो सकते हैं।