नोएडा के फेज 3 कोतवाली पर अपनी शिकायत ले कर पहुंचे बिहार के पश्चिम चंपारण निवासी आनंद प्रकाश और मिथिलेश ने लिखित शिकायत दी। जिसमें उन्होंने सैक्टर 63 स्थित कंपनी नवजीवन इन्फो सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक राजा नावाज ने उन्हे डीएसए (डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएट) के पद पर नियुक्त किया। कंपनी ने 25,500 सेलरी देने का वादा किया। कंपनी की तरफ से उनको आईकार्ड भी दिया गया। कुछ दिन बाद कंपनी ने उन्हें लोन देने के लिए टारगेट दिया। आम जनता को एक लाख से 9 लाख तक को लोन देने के नाम 3500 रुपये तथा 9 लाख से एक करोड़ रुपये तक के लोन के लिए 4130 रुपये फाइल चार्च के रूप में लेते थे।
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इसके अलावा लोन पास कराने के नाम पर प्रोसेसिंग फीस के रूप में 12,430 रुपये वसूलते हैं। दोनों पीड़ितों ने अपने संबंधो के सहारे 177 लोगों को लोन देने के नाम पर फाइल चार्ज के रूप में 6 लाख 20 हजार रुपये इक्कठा कर कंपनी के खाते में जमा कर दिये पर कंपनी ने कोई लोन नहीं दिया। जब इसकी शिकायत करने कंपनी पहुंचे तो उन्हें डराया धमकाया गया।
वहीं इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर ए-82 सेक्टर-63 से 09 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से 90 हजार रुपये की नगदी, बड़ी मात्रा में कम्पनी के लोन सेंग्शन फार्म, लेटर पैड, कम्पनी को संचालित करने के लिये प्रयोग किये गये 19 मोबाइल और दो कार बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों में फैसल, अशद, समीर, बिलाल, मोहम्मद जैनुल, आरिफ, अजीम, अमन और मोहम्मद आकिल शामिल हैं। सभी आरोपी से जब पूछताछ की गई तो पता चला इन लोगों ने आज तक किसी का कोई लोन स्वीकृत नहीं किया है। आरोपियों ने यह भी बताया कि वे काफी लोगों से इसी प्रकार का फर्जीवाड़ा कर चुके हैं।